हिंदू धर्म में नवरात्रि का काफी महत्व है। नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 अलग- अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। मां के इन 9 स्वरूपों का विशेष महत्व है। इन स्वरुपों की पूजा करने के लिए लोग अखंड ज्योति जलाते है। लेकिन क्या आपको पता हैं कि वास्तु शास्त्र में अंखड ज्योति को लेकर भी कुछ नियम हैं।
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वास्तु शास्त्र के अनुसार अखंड ज्योति की स्थापना के लिये आग्नेय कोण, यानि दक्षिण-पूर्व दिशा का चुनाव करना सबसे अच्छा माना जाता है।
इस दिशा में अखंड ज्योति की स्थापना करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
वास्तु के अनुसार, पूजा संबंधी सभी सामग्री को पूजा कक्ष के दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें।
देवी मां को प्रसन्न करने के लिये पूजा की सारी सामग्री इसी दिशा में रखनी चाहिए।