जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35ए हटाए जाने के बाद गृह मंत्री अमित शाह का पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है। गृह मंत्री के तीन दिवसी दौरे का आज अंतीम दिन का दौरा है, उनके कश्मीर पहुंचते ही पाकिस्तान में खलबली मच गई है। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में विपक्षी दलों में हलचल तेज है खासकर पाकिस्तानी प्रेमी नेताओं के बीच। गृह मंत्री की आवाज पाकिस्तान तक पहुंच रही है, जिसके चलते इमरान खान सरकार बेचैन है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि, आतंकवाद को हम सहन ही नहीं कर सकते हैं।
अपने दौरे के आखिरी दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पुलवामा में क्रेंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) पहुंच कर सैनिक सम्मेलन में जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि, मैं मानता हूं कि आप लोग -43 डिग्री तापमान से +43 डिग्री तापमान में 24 घंटे देश की सुरक्षा के लिए अलग-अलग मुस्तैद हैं, इसीलिए देश चैन की नींद सो सकता है। 2014 को मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश तेजी से विकास के रास्ते पर रहा है, हम सभी का भरोसा है कि कुछ ही समय में दुनिया के सभी अर्थतंत्र में भारत का स्थान मजबूत से मजबूत जगह पर होगा।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, आज मैं यहां आय़ा हूं, जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। हमारी आजादी का 75वां वर्ष चल रहा है। प्रधानमंत्री जी ने अलग प्रकार से आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का फैसला किया है। भारत के सभी लक्ष्यों की पूर्ति तभी हो सकती है, जब हम देश को गलत दृष्टि से देखने वालों से सुरक्षित कर दें और वो कार्य आप लोगों को करना है, हम सभी को करना है।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, अनुच्छेद 370 और 35A हटाए जाने के बाद से ढेर सारी अटकलें हिंसा की लगाई जाती थी, लेकिन आप सभी की मुस्तैदी के कारण कहीं पर किसी को एक गोली भी नहीं चलानी पड़ी और ये हम सभी के लिए बहुत बड़ा विषय है। देशहित में कशअमीर के लिए इतना बड़ा फैसला लेने के बाद भी जिस मुस्तैदी के साथ आप लोगों ने यहां मोर्चा संभाला, बिना रक्तपान के कश्मीर के अंदर विकास के नए युग की शुरुआत हुई है।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, मोदी सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है। आतंकवाद को हम सहन ही नहीं कर सकते हैं। आतंकवाद मानवता के खिलाफ है और जो लोग इस गतिविधि में लिप्त हैं, वो जघन्य अपराध कर रहे हैं, आतंकवाद से लोगों को बचाना हमारी प्राथमिकता है।