उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाओं के मद्देनजर आज चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि, सभी राजनीतिक दल यूपी में समय से चुनाव चाहते हैं। चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि, सभी राजनीतिक दलों से राय ली गई है। ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी की कोशिस की। उन्होंने कहा कि, यूपी विधासभा का कार्यकाल 14 मई को खत्म हो रहा है। हमने सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की है। सभी जिलों के जिलाधिकारियों और एसपी से मुलाकात की गई है। इसके अलावा, वरिष्ठ अधिकारियों संग चर्चा भी की गई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, सभी राजनीतिक दलों ने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय पर चुनाव कराए जाएं। कुछ दलों ने रैलियों में कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर चिंता जाहिर की। महिलाओं मतदाताओं की सुरक्षा को लेकर और महिलाओं मतदाताओं की पहचान की व्यवस्था करने की भी सलाह दी गई है। कुछ दलों ने कुछ अधिकारियों पर पक्षपात का आरोप लगाया। अधिकतर राजनीतिक दलों ने धनबल, शराब आदि के प्रयोग को लेकर लेकर चिंता जाहिर की है। इसके आगे उन्होंने कहा कि, राजनीतिक दलों से चर्चा के बाद सभी एसपी, डीआईजी, कमिश्नर से मिलकर हालात का जायजा लिया गया। इसके बाद सभी नोडल अधइकारियों से चर्चा की घई। सबसे अंत में मुख्य सचिव, डीजीपी और अन्य अधिकारियों से बातचीत की।
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चुनाव आयुक्त ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 15 करोड़ मतदाता हैं। चुनाव में कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। इस दौरान सभी उचित उपाय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कई राजनैतिक पार्टियों ने रैलियों की संख्या को कम करने की बात कही है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देतखते हुए इस बार पोलिंग टाइम को एक घंटा बढ़ाया सजाएगा। चुनाव आयुक्त ने कहा कि, चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए लगभग 1 लाख मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा सभी मतदान अधिकारी फुली वैक्सीनेटेड होंगे।