पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इरमान खान सत्ता से बेदखल होने पर बौखला गए हैं। इमरान खान पाकिस्तान के पहले ऐसे प्रधानमंत्री बन गए हैं जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाया गया है। इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव को रोकने की कई कोशिशें की लेकिन नेशनल असेंबली में आधी रात को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई है 342 सदस्यों वाली पाकिस्तान असेंबली में 174 वोट इमरान खान के खिलाफ पड़े। जिसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। इमरान खान इस कदर बौखला गए हैं कि, वो न्यायपालिका के प्रति और आक्रामक हो गए हैं।
इमरान खान ने पाकिस्तान की अदालत पर सवाल उठाते हुए कहा कि अविश्वास प्रस्ताव से चंद घंटों पहले ऐसी कौन सी जरूरत आन पड़ी थी कि शनिवार की आधी रात को कोर्ट का दरवाजा खोलना पड़ा? कुर्सी जान के बाद बुधवार को पेशावर में जनसभा को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि मैं ज्यूडिशरी से सीधा सवाल पूछना चाहता हूं कि आपने आधी रात को कोर्ट क्यों खोला? इस देश के लोग मुझे 45 सालों से जानते हैं। क्या मैने कभी कोई कानून तोड़ा? जब मैं क्रिकेट खेलता था तब क्या कभी मुझपर मैच फिक्सिंग के आरोप लगे?
इसके साथ ही इमरान खान ने कहा कि हर बार जब भी कोई प्रधानमंत्री सत्ता से बाहर होता है तो लोग सड़कों पर आकर जश्न मनाते हैं लेकिन जब उन्हें पद से हटाया गया तो लोगों ने सड़कों पर आकर प्रदर्शन किया। खुद को हटाए जाने के पीछे अमेरिकी साजिश का जिक्र करते हुए इरमान खान ने कहा कि वाशिंगटन के साथ मिलकर विपक्ष ने उन्हें सरकार से बेदखल करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने मेरे खिलाफ साजिश की आज वो खुश हैं कि उनकी ये साजिश कामयाब हो गई। इसके साथ ही इमरान खान ने कहा कि, जब मैं सत्ता में था तो बिल्कुल भी खतरनाक नहीं था लेकिन अब मैं और भी ज्यादा खतरनाक बन गया हूं। हम बाहरी सरकार को स्वीकर नहीं करेंगे। लोगों ने प्रदर्शन कर साबित कर दिया है कि वो उनके ऊपर थोपी गई सरकार को नहीं चलने देंगे।