पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी के खिलाफ पर नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को लेकर देशभर में जमकर हंगामा किया जा रहा है। कट्टरपंथियों की हलक से आवाज बाहर आने लगी है और इन्हें बैठे बीठाए नया मुद्दा मिल गया अपनी रोजी-रोटी चलाने के लिए। ये मामला सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के इस्लामिक देशों में भी जमकर गरमाया हुआ है और इसमें पाकिस्तान का सबसे बड़ा हाथ रहा है। जिसने सोशल मीडिया के जरिए फेक न्यूज को फैला कर आग लगाई है। इस्लामिक देशों को अब धीरे-धीरे असलियत पता चलने लगी है। जिसके बाद बाद वो पीछे हटते हुए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एक्शन लेते नजर आ रहा है। अभी कुवैत ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एक्शन लिया था। अब एक और इस्कामिक देश ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि, यह हमारा मसला नहीं है। भारत का आंतिरक मामला है।
दरअसल, यह कोई और नहीं बल्कि बांग्लादेश है जिसने कहा है कि, यह मसला हमारा नहीं है। बांग्लादेश के सूचना एवं प्रसारण मंत्री हसन महमूद ने इसे भारत का आंतरिक मामला बताया है। उन्होंने कहा कि, यह बांग्लादेश में कोई बड़ा मसला नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने उन आलोचनाओं को भी खारिज किया कि बांग्लादेश की सरकार इस मसले पर कोई समझौता कर रही है। बता दें कि ढाका में भी कुछ संगठनों ने इस मसले पर 10 जून को विरोध प्रदर्शन किए थे। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार की ओर से इस मसले पर लिए गए ऐक्शन का स्वागत करते हैं। महमूद ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई कोई भी टिप्पणी निंदनीय है। महमूद ने कहा कि इस मामले में भारत में एफआईआर दर्ज की गई है और हम उम्मीद करते हैं कि उसके आधार पर कड़ा ऐक्शन लिया जाएगा।
कट्टरपंथियों की ओर से इस मसले पर सरकार की ओर से ढीला रवैया अपनाने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की सरकार पर समझौता नहीं कर रही है। बांग्लादेश की सरकार पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी पर समझौता नहीं कर रही है और न ही ऐसा किया जाएगा। मैं खुद इसकी निंदा करता हूं और सार्वजनिक सभा में भी इस पर बात की थी। उन्होंने कहा कि, हमारे देश का आंतरिक मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि, यह बांग्लादेश के लिए आंतरिक मामला नहीं है बल्कि बाहरी केस है। यह भारत का आंतरिक मामला है। जब भी ऐसा कुछ दिनाय में कहीं भी होता है तो फिर कुछ इस्लामिक दलयहां भी प्रोटेस्ट करते हैं। ऐसा अकसर होता है। बांग्लादेश में यह इतना बड़ा मसला नहीं है, जितना अरब देशों, पाकिस्तान और अलेशिया में होता है। यदि पैहंबर मोहम्मद के खिलाफ दुनिया में कहीं भी कुछ होता है तो उसका निंदा की जानी चाहिए। हम भारत सरकार को कानूनी कार्रवाई के लिए बधाई देते हैं। इसके साथ ही महमूद ने यह भी कहा कि, बांग्लादेश में भी कुछ बेहद कट्टरपंथी मुस्लिमों के संगठन हैं। इनकी संख्या बहुत कम है और इन्हें सपोर्ट भी नहीं मिल रहा है, लेकिन ये शोर काफी ज्यादा करते हैं।