रूस इस वक्त यूक्रेन के मुख्य शहरों पर हमला कर रहा है। जिसके चलते जेलेंस्की को कुछ समझ नहीं आ रहा है। क्योंकि, यूक्रेन के कई शहरों पर रूस तेजी से कब्जा करते जा रहा है। रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला बोले 4 महीने से ज्यादा हो गया और इतने दिनों में रूसी फौजों ने यूक्रेन के शहरों को खंडहर बना दिया है। रूस ने अपनी रणनीति में भी बदलाव करते हुए यूक्रेन के मुख्य शहरों पर हमला करना शुरू किया है। इसमें रूस को बड़ी कामयाबी भी मिल रही है और यूक्रेन इन प्रमुख शहरों से अपना कब्जा खोते जा रहे हैं। अब रूस ने यूक्रेन के पूर्वी शहर पर हमला तेज कर दिया है। इसके साथ ही पूरे माइकोलीव शहर को हिला दिया है। साथ ही रूसी सेना ने लुहांस्क प्रांत में यूक्रेन के अंतिम गढ़ लिसिचंस्क शहर व उसके आसपास के क्षेत्रों पर कब्जे के लिए गोलाबारी तेज कर दी है।
माइकोलीव शहर पर रूस जमकर हमला बोल रहा है। माइकोलीव के उन क्षेत्रों में हवाई हमले के सायरन बजाए गए जो ओडेसा के काला सागर बंदरगाह सीमा में हैं। हालांकि रूस ने शनिवार को कहा कि उसने क्षेत्र में सेना की कमान चौकियों को निशाना बनाया है। उधर, लुहांस्क के गवर्नर सेरही हैदई ने दावा किया कि क्षेत्र में भीषण लड़ाई जारी है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया, उसने हाल ही में लिसिचंस्क के बाहरी क्षेत्र में स्थित तेलशोधन कारखाने पर कब्जा कर लिया है। यहां यूक्रेनी लड़ाके हफ्तों से शहर को रूसी कब्जे में जाने से बचाने की कोशिश में जुटे हैं क्योंकि पड़ोसी सेवेरोदोनेस्क क्षेत्र पहले ही रूसी नियंत्रण में जा चुका है। शनिवार को यहां गोलाबारी तेज हो गई।
इसके साथ ही रूस के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि उसने माइकोलीव और पूर्वी दोनबास क्षेत्र में यूक्रेनी सेना की चौकियों को उच्च-सटीक हथियारों से नष्ट कर दिया और दक्षिणी जपोरिज्झिया क्षेत्र व उत्तर में खारकीव में सैन्य-संबंधित अन्य साइटों पर हमला किया है। अब ऐसा लगता है कि रूस इस जंग को खत्म करने के मुड में आ गया है। इसलिए हमलों में तेजी ला दी है। हालांकि, रूस की इस वक्त क्या रणनीति है यह किसी को नहीं पता लेकिन, जेलेंक्सी को इस वक्त भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।