दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में दीपावली के बाद एक बार फिर प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर के चलते लोगों को आंखों में जलन की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसका धुआं दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ा रहा है। आज रविवार को भी स्माग की परत छाई हुई है। इससे पहले शनिवार को दिल्ली-एनसीआर देश में सबसे प्रदूषित स्थान में दर्ज किया गया।
दिल्ली में बुलाई हाई लेवल मीटिंग
दिल्ली में GRAP-3 लागू करने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। यह मीटिंग 30 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे मंत्री गोपाल राय के सिविल लाइंस कैम्प कार्यालय में होगी। इस मीटिंग में पर्यावरण विभाग और अन्य संबंधित विभागों से जुड़े अधिकारी मौजूद रहेंगे। बता दें कि बढ़ते प्रदूषण स्तर के मद्देनजर, आज ही CAQM ने दिल्ली-एनसीआर में GRAP-3 लागू करने का निर्देश जारी किया है।
कहां कितना रहा AQI
बता दें कि दिल्ली का एक्यूआई (AQI Air Quality Index) शनिवार सुबह 11 बजे 398 (बहुत खराब) रहा, जो शुक्रवार को शाम चार बजे 357 था। गुरुवार को यह 354, बुधवार को 271, मंगलवार को 302 और सोमवार (दिवाली पर) को 312 था। आनंद विहार (454 एक्यूआई) राजधानी का सबसे प्रदूषित स्थान रहा। वजीरपुर (439), नरेला (423), अशोक विहार (428), विवेक विहार (427) और जहांगीरपुरी (438) वे निगरानी स्टेशन रहे, जहां वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई. पड़ोसी शहरों गाजियाबाद (381), नोएडा (392), ग्रेटर नोएडा (398), गुरुग्राम (360) और फरीदाबाद (391) में भी हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी के करीब पहुंच गई।
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बुजुर्गों व बच्चों को बाहर न जाने की सलाह
प्रदूषण (pollution) के बढ़ते स्तर के चलते चिकित्सकों ने सुबह के वक्त बुजुर्गों और बच्चों को बाहर न जाने की सलाह दी है। इसके साथ ही सांस के मरीजों को विशेष तौर पर सतर्क रहने की बात कही गई है। बता दें कि बीते शनिवार को राजधानी में प्रदूषण का स्तर 397 पहुंच गया, यह इस सीजन का सबसे अधिक है। वहीं एनसीआर में 350 से 400 के बीच प्रदूषण का स्तर दर्ज किया गया।
अन्य लोगों के लिए सलाह
सार्वजनिक परिवहन और साइकिल का इस्तेमाल करें।
ठंड से बचने के लिए कोयला और लकड़ी न जलाएं।
ठंड से बचाव के लिए सुरक्षा गार्डों को इलेक्ट्रिक हीटर मुहैया कराएं।