Covid Situation In India: चीन में कोरोना विस्फोट के बाद पूरी दुनिया में एक बार फिर से कोविड-19 (Covid Situation In India) का खतरा बढ़ गया है। साथ ही भारत में भी इसका खतरा मंडरा रहा है। जिसे लेकर सरकार हर मोर्चे पर तैयार कर रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसपर नजर रखे हुए हैं। इस बीच संसद में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुक मंडाविया ने कोरोना (Covid Situation In India) को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि, कोरोना के नए मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है। लेकिन, फिर सावधानी जरूर बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि, लोग मास्क पहने और सैनिटाइजर का इश्तेमाल शुरू कर दें। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यसभा में भी कोरोना की स्थिति पर बयान देते हुए कहा कि, हमने कोविड ( Covid Situation In India) पर कोई राजनीति नहीं की है। देशभर के अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं और चलाए जा रहे हैं। हमने देश में पर्याप्त मात्रा में दवाओं की समीक्षा की है।
कोरोना को लेकर भारत ने शुरू कर दी तैयारी
कोरोना की ताजा स्थिति को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने लोकसभा में कहा कि, जापान, चीन दक्षिण कोरिया समेत कई देशों में कोरोना के केसों और मौतों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय कोरोना से खराब होती स्थिति को देखते हुए पहले से ही कदम उठाना शुरू कर चुकी है। तकनीकी सहायता के अलावा भारत सरकार ने एनडीआरएफ, आयुष्मान योजना और अन्य सरकारी योजनाओं के जरिए कोरोना का सामना करने की तैयारी की है। कोरोना से निपटने के लिए भारत में अब तक कोरोना के 220 करोड़ से ज्यादा टीके लग चके हैं। राज्यों को कोविड से सहायता के लिए मदद दी जा रही है। उन्हें जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाकर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की सलाह दी गई है।
मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना शुरू कर दें
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि, अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर विदेश से भारत आने वाले लोगों की रैंडम आरटीपीसीआर जांच करना शुरू कर दिया गया है। सरकार महामारी से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उचित कदम उठा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ये भी कहा कि, त्योहारी और नए साल के मौसम के मद्देनजर, राज्यों को सलाह दी जाती है कि वे एहतियाती खुराक के लिए जागरूकता बढ़ाने के साथ ही लोगों को मास्क पहनना, सैनिटाइजर का उपयोग करना और सामाजिक दूरी बनाए रखना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि, हम वैश्विक कोविड स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और उसी के अनुसार कदम उठा रहे हैं। कोविड-19 के नए प्रकार की समय पर पहचान करने के लिए राज्यों को जीनोम-सीक्वेंसिंग बढ़ाने की सलाह दी जाती है।
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