<p id="content">पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार से मंत्री सुवेंदु अधिकारी और पार्टी के विधायक मिहिर गोस्वामी के इस्तीफा देने पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद राजू बिष्ट ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया कि ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) डूबता जहाज बन चुकी है। आगे चलकर तृणमूल कांग्रेस के 50 से ज्यादा नेता भाजपा में जल्द से जल्द शामिल होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि 2021 में राज्य की जनता टीएमसी की सरकार को बंगाल की खाड़ी में फेंक देगी।</p>
पश्चिम बंगाल की दार्जिलिंग सीट से सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने आईएएनएस से फोन पर कहा कि, "ममता बनर्जी के शासनकाल में लोकतंत्र की हत्या हो रही है। संविधान खतरे में है। सिर्फ दो नेता ही नहीं, बल्कि आगे 50 से ज्यादा सांसद टीएमसी से इस्तीफा देकर भाजपा में आने वाले हैं।"
राजू बिष्ट ने कहा कि, "<a href="https://hindi.indianarrative.com/india/bjps-march-against-deteriorating-law-and-order-in-bengal-14294.html">बंगाल को बचाने का समय है।</a> संविधान खतरे में है। डेमोक्रेसी की हत्या हो रही है। बगैर इलेक्शन के नगर निकायों का संचालन हो रहा है। सिलीगुड़ी के मेयर का इलेक्शन नहीं हुआ। इससे साफ लगता है कि ममता बनर्जी सरकार डेमोक्रेसी की हत्या करना चाहती हैं।"
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने कहा, "2021 में <a href="https://hindi.indianarrative.com/india/thousands-of-workers-injured-in-police-lathicharge-on-bjp-protest-in-kolkata-14315.html">ममता बनर्जी को अच्छे कंडीडेट ढूंढ़ने से नहीं मिलेंगे।</a> तृणमूल कांग्रेस के अच्छे नेताओं का भाजपा में स्वागत है। आने वाले वक्त में तृणमूल कांग्रेस आधी हो जाएगी।"
राजू बिष्ट ने कहा कि, "पश्चिम बंगाल में निष्पक्ष चुनाव होना जरूरी है। राज्यपाल इस दिशा में सही प्रयास कर रहे हैं। लेकिन सत्ताधारी दल के लोग राज्यपाल के खिलाफ अनुचित भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। बंगाल की सरकार ने संविधान को वेंटिलेटर पर रखा है।"
<h2>ममता से सुवेंदु अधिकारी ने कुछ समय से बना रखी थी दूरी</h2>
टीएमसी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि अधिकारी ने कुछ समय से तृणमूल सुप्रीमो के साथ दूरी बना ली थी। पश्चिम बंगाल के चुनाव कुछ ही महीने बाद होने वाले हैं। ऐसे समय पर उन्होंने इस सप्ताह एक अराजनैतिक बैनर के तहत पूर्वी मिदनापुर के खेजुरी में एक विशाल रैली भी निकाली थी। बंगाल चुनाव से पहले उन्होंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। अब यह सवाल है कि वह पार्टी की सदस्यता से भी जल्द इस्तीफा देंगे या नहीं।
उधर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, "सुवेंदु अधिकारी ने मंत्री के तौर पर इस्तीफा दे दिया है, लेकिन उन्होंने तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया है। उन्होंने अभी तक अपने राजनीतिक रुख को स्पष्ट नहीं किया है। हम हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। <a href="https://hindi.indianarrative.com/india/rss-focus-on-west-bengal-bhagwat-visiting-4-times-a-year-13220.html">अगर वह भाजपा में शामिल होने का फैसला करते हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा।</a>"
घोष ने कहा, "हम अपने तरीके से राजनीतिक कार्यक्रमों को अंजाम दे रहे हैं और अगर उनके (सुवेंदु अधिकारी) जैसे नेता हमसे जुड़ते हैं तो आने वाले दिनों में इसका फायदा जरूर मिलेगा।"
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के सिंचाई और परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। कुछ दिनों से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से नाराज चल रहे सुवेंदु अधिकारी को एक दिन पहले ही हुगली रिवर ब्रिज कमिश्नर्स (एचआरबीसी) के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्विटर पर लिखा कि मंत्री के रूप में अधिकारी के इस्तीफे का पत्र मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भेजा गया है। इसकी एक प्रति राज्यपाल के कार्यालय को भी भेजी गई।
<h2>टीएमसी छोड़कर विधायक मिहिर गोस्वामी भाजपा में शामिल</h2>
सुवेंदु अधिकारी के तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद पश्चिम बंगाल के विधायक मिहिर गोस्वामी ने टीएमसी छोड़कर शुक्रवार शाम भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। भाजपा मुख्यालय पर राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उन्हें भाजपा में शामिल कराया। पश्चिम बंगाल की कूचबिहार सीट से टीएमसी के विधायक मिहिर गोस्वामी काफी समय से पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे थे।
आखिरकार उन्होंने इस्तीफा देते हुए शुक्रवार को नई दिल्ली का रुख कर लिया। दिल्ली पहुंचने के बाद उनके भाजपा में जुड़ने की औपचारिकता पूरी हुई। पश्चिम बंगाल के प्रभारी और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने प्रेस कांफ्रेंस कर उनके भाजपा में शामिल होने की घोषणा की। बीजेपी सांसद निशित प्रमाणिक के साथ मिहिर गोस्वामी के नई दिल्ली के लिये रवाना होने के बाद से ही उनके भाजपा में जुड़ने की अटकलें लगने लगी थीं, जो शाम होते-होते सच साबित हो गईं।.