प्लूटो को हटाने के बाद हमारे सौर मंडल में 8 ग्रह हैं। ऐसा माना जा रहा है कि एक बार फिर से हमारा सौर मंडल 9 ग्रहों वाला हो सकता है। वैज्ञानिक काफी लंबे अंतराल से हमारे सौर मंडल के बाहरी हिस्से में नेप्च्यून और यूरेनस की कक्षाओं को प्रभावित करने वाले गुरुत्वाकर्षण बल से हैरान हैं। कुछ वैज्ञानिक इन विसंगतियों को एक काल्पनिक ग्रह एक्स कहते हैं,जो कुइपर बेल्ट में है,तो वहीं कुछ लोग इससे अनजान हैं।
अंतर्राष्ट्रीय शोधकर्ताओं की एक टीम की ओर से इसे लेकर एक बयान जारी किया है,जो पिछली सभी धारणाओं को चुनौती देती है। शोधकर्ताओं के मुताबिक प्लैनेट एक्स कुइपर बेल्ट में नहीं है। वहीं, टीम का मानना है कि यह रहस्यमय ग्रह ऊर्ट क्लाउड में छिपा हुआ है। काइपर बेल्ट से भी आगे हमारे सौर मंडल को घेरने वाला एक गोलाकार क्षेत्र को ही ऊर्ट क्लाउड कहते हैं। इसके बारे में ऐसा माना जाता है कि ऊर्ट क्लाउड बर्फीले खगोलीय पिंडों का विशाल संग्रह है।
MNRAS लेटर्स जर्नल के एक प्रकाशन में रिसर्च कर रहे टीम के सदस्यों ने एक अनोखी अवधारणा का प्रस्ताव रखा। उन्होंने बताया कि अरबों वर्षों में मलबे के टुकड़े एक साथ मिलकर ग्रह के आकार के बन गए होंगे। और यही ऊर्ट क्लाउड में चला गया।
ऊर्ट क्लाउड में फंस गया ग्रह?
वहीं, वैज्ञानिक इसको लेकर एक और संभावना व्यक्त करते हैं, उनके मुताबिक हमारे सौरमंडल की ही तरह यह किसी दूसरे तारे के मंडल हो सकते हैं। जो ऊर्ट क्लाउड में फंस गया होगा। शोधकर्ता इसे ज्यादा संभावित मानते हैं।
हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि इसकी संभावनाएं अत्यधिक नहीं हैं। वैज्ञानिकों के अनुमान के मुताबिक सिर्फ 0.5 फीसदी संभावना है कि सूर्य ने किसी ग्रह को ऊर्ट क्लाउट में धकेला होगा। वहीं, 7 % संभावना है कि नेप्च्यून के आकार के बराबर वाला ग्रह अपने मूल तारे से बाहर निकला होगा, और सूर्य ने उसे पकड़ लिया होगा। पूरे मामले में नासा की ओर से बयान जारी हो चुका है कि वह ऊर्ट क्लाउड से जुड़ा कोई मिशन नहीं चला रहा है।