Singapore में आगामी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर गहमागहमी तेज है। भारतीय मूल के थर्मन शनमुगरत्नम रेस में हैं। हालांकि उन्हें दो चीनी अधिकारियों से कड़ा मुक़ाबला है,बावजूद थर्मन दबदबा बनाए हुए हैं। सिंगापुर चुनाव आयोग ने इन नामों पर अपनी मुहर लगा दी है।
हालांकि एक चुनावी बैठक के दौरान थर्मन ने कहा कि चीनी मूल की आबादी सिंगापुर(Singapore) को जल्द ही गैर-चीनी प्रधानमंत्री मिलने वाला है। थर्मन के अलावा राष्ट्रपति चुनाव के अन्य दो उम्मीदवार चीनी मूल के टैन किन लियान और एनजी कोक सोंग सिंगापुर निवासी है।
Singapore में आने वाले 1 सितंबर को राष्ट्रपति चुनाव होना है। भारतीय मूल के थर्मन शनमुगरत्नम आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किए गए है। उनका मुकाबला दो चीनी मूल के पूर्व व्यावसायिक अधिकारियों से होगा। ऐसे में 66 वर्षीय थर्मन शनमुगरत्नम ने कहा कि चीनी मूल की आबादी सिंगापुर को जल्द ही गैर-चीनी प्रधानमंत्री मिलने वाला है।
भारतीय मूल के थर्मन शनमुगरत्मन ने 25 अगस्त को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का हवाला देते हुए कहा कि ‘नस्ल हर जगह राजनीति में एक कारक है। हालांकि, 40 या 50 साल पहले के विपरीत, आज सिंगापुरवासी सभी फैक्टर्स को देखते हैं, न कि केवल नस्ल को।
एक चुनावी बैठक के दौरान थर्मन शनमुगरत्नम ने कहा, ‘वे लोगों को समग्रता से देखते हैं। सिंगापुर किसी भी समय तैयार है। अगर कोई ऐसा व्यक्ति सामने आता है जो प्रधानमंत्री के लिए बेहतर उम्मीदवार है, तो उस व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है। मेरा मानना है कि वे ऐसा कर सकते हैं।’
थर्मन राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लए जुलाई में ही सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि थर्मन शनमुगरत्नम सिंगापुर के पूर्व उप प्रधानमंत्री रह चुके हैं। Singapore अपने नौवें राष्ट्रपति के लिए 1 सितंबर को मतदान करेगा। जिसमें थर्मन शनमुगरत्नम के साथ दो चीनी मूल के अधिकारी शामिल है।
स्थानीय अखबार के मुताबिक, सिंगापुर के नौवें राष्ट्रपति के लिए तीनों उम्मीदवारों ने 30 अगस्त तक चुनाव प्रचार अभियान करेंगे। वहीं, सिंगापुर की मौजूदा राष्ट्रपति हलीमा याकूब का छह साल का कार्यकाल 13 सितंबर को खत्म होने जा रहा है।