गैंगस्टर से राजनेता बने आनंद मोहन सिंह को रिहा करने के नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार के क़दम के ख़िलाफ़ आईएएस अधिकारी संघ ने ज़ोरदार विरोध किया है, जो एक दलित आईएएस अधिकारी की हत्या के मामले में जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे।
सेंट्रल आईएएस एसोसिएशन ने ट्विटर पर साझा किए गए एक बयान में कहा,”क़ैदियों के वर्गीकरण नियमों में बदलाव करके गोपालगंज के पूर्व ज़िलाधिकारी और आईएएस स्वर्गीय श्री जी कृष्णैया की नृशंस हत्या के दोषियों को रिहा करने के बिहार सरकार के फ़ैसले पर सेंट्रल आईएएस एसोसिएशन गहरी निराशा व्यक्त करता है।”
ट्वीट में कहा गया है, “इस तरह के कमज़ोर पड़ने से लोक सेवकों के मनोबल पर विपरीत असर होता है, सार्वजनिक व्यवस्था कमज़ोर होती है और न्याय प्रशासन का मज़ाक बनता है।”
आनंद मोहन सिंह अपने बेटे की सगाई के लिए पहले से ही पैरोल पर बाहर हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सोमवार को सगाई समारोह में शामिल हुए और उस समारोह में मौजूद मोहन से मिले। उन्हें रिहा करने का आदेश सोमवार को आय गया था, जिसे आनंद मोहन के परिवार ने प्रशासन की तरफ़ से एक ‘उत्तम उपहार’ बताया है। आनंद मोहन ने 15 साल जेल में बिताये और हत्या के 29 साल बाद औपचारिक रूप से एक दिन में ही रिहा हो जायेंगे।
ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…
मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…
हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…
इजरायल (Israel) और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…
Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…
The Kashmir Files के डायरेक्टर पर बॉलीवुड अदाकारा आशा पारेख बुरी तरह बिफर गई। विवेक…