इस वक्त तेजी से लोग कारोबार की ओर बढ़ रहे हैं, यहां तक की काफी लोगों ने अपनी अच्छी-खासी नौकरी तक छोड़ कर बिजनेस के काम में लग गए। मोदी सरकार भी इस वक्त व्यवसाय को बढ़ावा दे रही है। प्रधनामंत्री नरेंद्र मोदी यह ऐलान कर चुके हैं की स्टार्ट-अप को वो विश्व स्तर पर ले जाएंगे। इस वक्त कई ऐसे कारोबार हैं जिसपर सरकार की ओर से काफी मदद मिलता है। इसके साथ भारतीय रेलवे के साथ ही कारोबार शुरू किया जा सकता है। यहां आपको बहुत ज्यादे पैसे की जरूरत नहीं है, कम पैसे में ही महीनों लाखो रुपए कमा सकते हैं।
आत्मनिर्भरता भारत अभियान के तहत भारतीय रेलवे ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) को अपना सहभागी बनने का मौका दिया है। इंडियन रेल हर साल 70 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रडोक्ट खरीदता है। इन प्रोडक्ट में टेक्निकल और इंजीनियरिंग उत्पादों के साथ दौनिक उपयोग के लगभग सभी तरह के सामान होते हैं। ऐसे में आप छोटे कारोबारी के तौर पर रेलवे को अपना प्रोजक्ट बेचकर कमाई बढ़ा सकते हैं।
रेलवे के साथ बिजनेश शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको https://ireps.gov.in और https://gem.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। रेलवे मार्केट से उन सामानों को खरिदता है जो सबसे कम में सप्लाई कर रहा है। इसके लिए आपको ऐसे ही प्रोडक्ट को तलाशना होगी फिर एक डिजिटल सिग्नेचर बनवाएं। जिसकी मदद से आप रेलवे की वेबसाइट पर जाक कर नए टेंडर को देख सकेंगे। अपनी लागत और प्रॉफिट के आधार पर टेंडर लें।
घरेलू निर्माताओं को बढ़ावा देने के लिए रेलवे ने निष्पक्ष खरीद प्रणाली को प्रोत्साहन दिया है। मेक इन इंडिया योजना के तहत रेलवे ने अपने वैगन, ट्रैक और एलएचबी डिब्बों के टेंडर में 50 फीसदी से अधिक स्थानीय प्रोडक्ट वाले आपूर्तिकर्ता ही भाग ले सकेंगे। साथ ही वंदे भारत ट्रेन सेट के लिए 75 फीसदी इलेक्ट्रिक सामान मेक इन इंडिया के तहत खरीदा जाएगा। एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए रेवले के किसी टेंडर की लागत की 25 फीसदी तक की खरीद में एमएसएमई को 15 फीसदी तक की प्राथमिकता मिलेगी। इसके साथ ही छोटे उद्योगों को धरोहर जमा राशि और सुरक्षा जमानत राशि जमा करने की शर्तों में भी छूट दी गई है।