Bollywood का एक ऐसा कलाकार,जिसने हिन्दुस्तान-पाकिस्तान के बीच हुए बंटवारे का दंश झेला। बंटवारे के दौरान धन-दौलत सब कुछ छोड़कर पाकिस्तान से हिन्दुस्तान आ गया। पाकिस्तान में बेशुमार धन-दौलत होने के बाद भी भारत में काफी तंगी भरे हालात से गुजरा,संघर्ष किया और फिर बन गया बॉलीवुड का सफल हीरो।
Bollywood का वही कलाकार है जिसने न सिर्फ शुरुआती दिनों में संघर्ष किया बल्कि ईमानदार कोशिश के बाद सफलता भी पाई। इस हीरो के बेटे का सलमान खान से छत्तीस का आंकड़ा है। बॉलीवुड में कैरेक्टर रोल तो कभी विलेन बनकर ये एक्टर फेमस हुआ।
70-80 के दशक में काफी फेमस
किसी भी फिल्म में हीरो-हीरोइन की काफी पूछ होती है,लेकिन सच्चाई यह है कि फिल्म में कैरेक्टर रोल भी किसी लीड रोल से कम नहीं होता। आज हम आपको एक ऐसे ही एक्टर के बारे में बताएंगे जिसने 70-80 के दशक में अपनी दमदार आवाज औऱ बेहतरीन अदाकारी से Bollywood में तहलका मचा दिया था।
बचपन काफी गरीबी में गुजरा
इस एक्टर को कभी भी गरीब का रोल नहीं मिला,हालांकि इस शख्स की शख्सियत भी ऐसी है है। वास्तविक जीवन में भी इस शख्स ने रईस परिवार में जन्म लिया,बावजूद बंटवारे के कारण अपना बचपन काफी गरीबी में गुजारा। अब आप समझ ही गए होंगे,वो शख्स कोई और नहीं बल्कि सुरेश ओबेरॉय हैं,जिन्होंने रुपहले पर्दे अपनी अदायगी औऱ दमदार आवाज के बदौलत दर्शकों का दिल जीता।
उम्दा कलाकार के साथ आवाज़ के जादूगर
सुरेश ओबरॉय न सिर्फ एक उम्दा कलाकार हैं,बल्कि उनकी आवाज में भी एक जादू है।हालांकि आज सुरेश जिस मुकाम पर है वहां तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। बताया जाता है कि उनका जन्म पाकिस्तान के क्वेटा में हुआ था।
धन-दौलत छोड़ आए भारत
सुरेश ओबेरॉय के पिता एक बड़े रियल एस्टेट एजेंट थे और परिवार काफी धनी था। लेकिन जब भारत पाक बंटवारा हुआ तो उस वक्त पिता को सारी धन दौलत छोड़कर केवल बेटे और पत्नी के साथ भारत भागकर आना पड़ा। उस वक्त सुरेश केवल एक साल के थे।
बंटवारे के बाद रिफ्यूजी की तरह रहे
सुरेश ने एक इंटरव्यू में बताया कि बचपन में जब वो रिफ्यूजी के तौर पर रहे तो कभी कभी उनके घर में खाने के लिए रोटी तक नहीं होती थी। इसके बाद मजबूर होकर उनके पिता को पाकिस्तान जाकर एक मुसलमान के वेष में अपनी प्रॉपर्टी को बेचना पड़ा। तब जाकर वो भारत में सामान्य जिंदगी जीने के लायक बन पाए।
हमेशा किया सपोर्टिंग रोल
सुरेश ओबेरॉय को बचपन से ही एक्टिंग का शोक था। सुरेश पढ़ाई के बाद रेडियो होस्ट बनकर अपने करियर की शुरुआत की और अपनी दमदार आवाज के बदौलत वो कुछ ही दिनों में काफी मशहूर हो गए।
हीरो के तौर पर नहीं मिली सफलता
इसके बाद सुरेश ओबेरॉय को कुछ फिल्में हीरो के तौर पर मिली पर वो चली नहीं। इसके बाद उन्होंने सपोर्टिंग रोल पर ध्यान दिया और उनका करियर चल निकला।
लावारिस, विधाता,नमक हलाल, कामचोर जैसी फिल्मों से लोग उनको जानने लगे। आपको बता दें कि जल्द ही आने वाली रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल में भी सुरेश ओबेरॉय नज़र आने वाले हैं।
बेटे विवेक ओबेरॉय का सलमान से छत्तीस का आंकड़ा
सुरेश ओबेरॉय की तरह ही उनके बेटे विवेक ओबेरॉय भी Bollywood में अपनी अलग पहचान बनाने में सफलता पाई है। विवेक ओबेरॉय का सलमान खान से झगड़ा जग जाहिर है।
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