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श्रद्धांजलिः अमिताभ बच्चन की सुपर हिट फिल्म ‘कभी-कभी’ और ‘सिलसिला’ के लेखक सागर सरहदी नहीं रहे

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सागर सरदही जिनका नाम जेहन में आते ही नूरी, बाजार, चांदनी, कभी कभी, सिलसिला, दीवाना और कहो ना प्यार है जैसी फिल्मों की कहानी आंखों के सामने तैर जाती है। सागर सरदही ऐसी शख्सियत थे जिनकी कलम से मोहब्बत के तराने तो निकले ही साथ ही वो शानदार कहानियां भी निकली जिनपर देश के बड़े प्रॉड्यूसर डायरेक्टर्स ने फिल्म बना कर नाम कमाया।</p>
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हिंदी सिनेमा में सागर सरहदी किसी पहचान के मोहताज नहीं है। फिल्म इंडस्ट्री में उनकी गिनती बेहतरीन कहानीकारों में होती है। लंबे समय से बीमार चल रहे सरहदी ने 88 साल की उम्र में मुम्बई में अपने घर में आखिरी सांसें ली। सागर सरहदी ने नूरी, बाजार, कभी कभी, सिलसिला, चांदनी, दीवाना और कहो ना प्यार है जैसी हिट फिल्मों के लिए स्क्रीप्ट लिख चुके है।</p>
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<strong>कैसे हुआ निधन</strong></p>
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सागर सरहदी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। जब उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो उन्हें एक कार्डिएक केयर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। सागर को हृदय संबंधी दिक्कतें थीं। साल 2018 में सागर को दिल का दौरा पड़ा था तब भी उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। और इस बार सागर ने अपने घर पर 88 साल की उम्र में बीमारी से लड़ते हुए दुनिया को अलविदा कह दिया।</p>
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<strong>सिनेमा जगत में सागर का योगदान</strong></p>
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सागर सरहदी का जन्म 11 May 1933 को Baffa पाकिस्तान में हुआ था। सागर अपने गांव एबटाबाद को छोड़कर पहले दिल्ली के किंग्सवे कैंप और फिर मुंबई की एक पिछड़ी बस्ती में रहने आ गए। सागर ने कड़ी मेहनत की और अपने दम पर फिल्मों में अपना करियार बनाया।सागर ने फिल्म कभी कभी, सिलसिला और दीवाना सहित कई हिट फिल्मों की कहानियां लिखी है।</p>
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सागर सरहदी ने सिर्फ स्क्रीप्ट नहीं लिखी बल्कि फिल्म 'बाजार' का निर्देशन किया,जिसमें स्मिता पाटिल, फारुख शेख और नसीरुद्दीन शाह ने मुख्य भूमिका निभाई थी। फिल्म को समीक्षकों ने इसे काफी सराहा था।</p>
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<strong>सागर सरहदी जाने-माने पटकथा लेखक, </strong><strong>संवाद लेखक और निर्देशक भी थे</strong></p>
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सागर सरहदी को पॉपुलैरिटी यश चोपड़ा की फिल्म 'कभी कभी' से मिली थी, जिसमें राखी और अमिताभ बच्चन थे।</p>
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फिल्म 'बाजार' से सागर ने डायरेक्शन में डेब्यू किया था, जिसमें स्मिता पाटिल, फारुख शेख और नसीरुद्दीन शाह है। 1982 में रिलीज हुई ये फिल्म  इंडियन क्लासिक मानी जाती है। वो इस फिल्म के निर्माता, निर्देशक और राइटर तीनों थे।</p>

आईएन ब्यूरो

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