भारत सरकार ने सुपरस्टार रजनीकांत को सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा। उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने उन्हें ये सम्मान दिया। उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने उन्हें शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया, फिर उन्हें दादा साहब फाल्के अवॉर्ड का सर्टिफिकेट दिया गया। रजनीकांत 'थलाइवा' के तौर पर भी काफी मशहूर हैं। उनके फैंस न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी हैं।
Rajinikanth was conferred with the 51st #DadasahebPhalkeAward on Monday. He received the prestigious award from Vice President #MVenkaiahNaidu for his stupendous contribution to Indian cinema.#Rajnikanth #DadasahebSuperstarRAJINI #DadasahebPhalkeAwards2022 #DadasahebPhalke pic.twitter.com/Cy2tczHr7P
— Tirthankar Das (@tirthaMirrorNow) October 25, 2021
45 साल के फिल्मी करियर में रजनीकांत ने न सिर्फ दर्शकों का मनोरंजन किया, बल्कि उन पर गहरा असर भी छोड़ा। उनके अंदर छिपी इस टैलेंट ने आज स्वर्ण कमल दिला दिया। लोग रजनीकांत की अदायगी और स्क्रीन पर दिखने वाला अनोखापन बेहद पसंद है। 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सम्बोधित करते हुए रजनीकांत ने कहा- 'मैं इस सम्मान को पाकर अभिभूत हूं और मैं भारत सरकार का धन्यवाद अदा करता हूं। मैं इस अवॉर्ड को अपने गुरु दिवंगत के बालाचंदर सर को अर्पित करता हूं। सत्यनारायण गायकवाड़, जिन्होंने मुझे बड़ा किया। मैं अपने साथी बस ड्राइवर राज बहादुर को भी धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मेरी एक्टिंग टैलेंट को पहचाना। मेरे फैंस का भी धन्यवाद, उन फैंस के सिवा मैं कुछ भी नहीं हूं।'
Oru Suriyan!Oru chandhiran!Orey oru Super Star @rajinikanth 🔥
Huge respect and loads of love to you sir❤️🙏🏻#DadasahebPhalkeAward #Rajnikanth #NationalAward pic.twitter.com/BBMqCaOTpk— Pujitha (@Pujithadevaraju) October 25, 2021
आपको बता दें कि 71 वर्षीय रजनीकांत 'अंधा कानून', 'हम' और 'चालबाज' जैसी मल्टीस्टारर हिंदी फिल्मों का भी हिस्सा रहे हैं, जो सुपरहिट रहीं। उन्होंने 'रोबोट' के रूप में 2010 में भारतीय सिनेमा की उस समय तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म दी। 2018-19 में उनकी फिल्मों ने 1000 करोड़ रुपए से भी अधिक का कारोबार किया।