पूरी दुनिया को इस समय कोरोना की वैक्सीन (Corona Vaccine) का इंतजार है। अब ये इंतजार कुछ हफ्तों का है। भारत के लिए खुशखबरी है कि देसी वैक्सीन <strong>कोविशील्ड</strong> परीक्षण प्रक्रिया के अंतिम दौर में है और इसने सरकार से सप्लाई करने की अनुमति मांगी है। कोवीशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ने कोवीशील्ड की कीमत 250 रुपये रखी है।
मिली जानकारी के अनुसार, कोविशील्ड वैक्सीन को बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को अनुमति मिलने की संभावना है। अब महत्वपूर्ण बात यह है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और केंद्र सरकार के बीच वैक्सीन की कीमत तय करने के लिए एक कॉन्ट्रेक्ट पर दस्तखत होने जा रहे हैं।
पहले Covishiled वैक्सीन की कीमत  1000 रुपये बताई जा रही थी। लेकिन अब सरकारी कॉन्ट्रेक्ट में कोवीशील्ड की एक डोज की कीमत 250 रुपये तय होने जा रही है।  कोरोना के संक्रमण रोकने के लिए सरकार को वैक्सीन की सप्लाई बड़े पैमाने पर चाहिए।  वैक्सीन की ज्यादा डिमांड और प्रोडक्शन को देखते हुए सीरम इंस्टीट्यूट (SII)  सरकार को वैक्सीन की  250 रुपये में उपलब्ध करवा सकता है।
वहीं,<strong> सीरम</strong> ने औपचारिक आवेदन देकर AstraZeneca की वैक्सीन Covishiled के इमरजेंसी उपयोग के लिए अनुमति मांगी है। भारत और सीरम के बीच होने वाले करार के तहत वैक्सीन के एक डोज कीमत भी 250 रुपए तय की जा सकती है।
<h3>ज्यादा ऑर्डर देने के चलते वैक्सीन सस्ती</h3>
इससे पहले सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अदार पूनावाला ने कहा था कि भारत के निजी बाजार में वैक्सीन की कीमत 1,000 रुपये प्रति खुराक होगी, लेकिन ज्यादा सप्लाई के लिए कॉन्ट्रैक्ट करने वाली सरकारें इसे कम दाम पर खरीद सकती हैं।
<h3>पहले भारतीयों के लिए होगी दवा की सप्लाई</h3>
अदार पूनावाला ये भी कह चुके हैं कि वैक्सीन सप्लाई के लिए सीरम की लिस्ट में पहला नंबर भारत का है. उन्होंने कहा, 'सीरम बाकी देशों में वैक्सीन की सप्लाई के मुकाबले पहले भारतीयों के लिए दवा की आपूर्ति पर ज्यादा जोर देगा'। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को कहा कि फाइजर और एस्ट्राजेनेका की तरफ से विकसित की गईं वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी देने के लिए समीक्षा की जा रही है।
<h3>गंभीर मरीजों के लिए इलाज में Covishiled काफी असरदार</h3>
दरअसल सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ भारत में Covishiled वैक्सीन के ट्रायल के लिए भागीदारी की है। सोमवार को Covishiled के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी के लिए DGCI को भेजे अपने आवेदन में सीरम ने कहा, क्लीनिकल ट्रायल के चार डाटा से इस बात की पुष्टि हुई है कि कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए इलाज के लिए Covishiled काफी असरदार है।.
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