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Monkey Pox: मंकीपॉक्स ने दिल्ली में दी दस्तक, जानिये कैसे फैलती है बीमारी और क्या है इसके लक्षण

Monkey Pox in India

जहां अभी कोरोना वायरस अभी पूरी तरह खत्म भी नहीं हुआ था कि अब एक और बेहद घातक बीमारी सामने आ रही है। ये कुछ और नहीं बल्कि मंकी पॉक्स है। दरअसल, देशबाहर में मंकी पॉक्स के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी होने के बाद अब स्वास्थ विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी अलर्ट हो गए हैं। इसके अलावा विश्व स्वास्थ संगठन ने मंकी पॉक्स को लेकर गाइड लाइन जारी कर दी है, ताकि लोग इस बीमारी से बच सकें। मालूम हो मंकी पॉक्स के 80देशों में फैलने की जानकारी सामने आ रही है। देश में दो-तीन केस सामने आने के बाद सभी प्रदेशों में गाइड लाइन जारी कर दी गई है।

सबसे पहले कहां प्रवेश करता है वायरस

मिल रही जानकारी के मुताबिक मंकी पॉक्स का वायरस नाक, मुंह और आंख से शरीर में प्रवेश करता है। दरअसल, जैसे-जैसे अब कोरोना का प्रकोप थोड़ा कम होने लगा तो ऐसे में लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना छोड़ दिया है।वहीं अब कोरोना से ज्यादा मंकी पॉक्स वायरस लोगों पर अटेक करने लगा है, ऐसे में लोगों को इससे बचे रहने के लिए भीड़ भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचना चाहिए, कुछ भी चीज खाते-पीने से पहले साबुन से हाथ धोना चाहिए। ताकि इस वायरस से दूरी बनी रहे। बताया जाता है कि मंकी पॉक्स में शरीर पर घाव जैसे निशान हो जाते हैं, जिसमें से वायरस दूसरे लोगों के नाक, मुंह और आंख में प्रवेश कर जाता है।

ये हैं मंकी पॉक्स के लक्षण

-तेज बुखार

-त्वचा पर चकत्ते

-सिरदर्द

-मांसपेशियों में दर्द

-थकावट

-गले में खराश और खांसी

-आंख में दर्द या धुंधला दिखना

-सांस लेने में कठिनाई

-सीने में दर्द

-पेशाब में कमी

-बार-बार बेहोश होना

-दौरे पड़ना

बता दें, जरूरी नहीं की इनमें से कुछ समस्या होने पर आपको मंकी पॉक्स ही हो, लेकिन इसी प्रकार के लक्षण पीडि़त व्यक्ति में नजर आते हैं, इसलिए अगर इस प्रकार के लक्षण किसी में नजर आएं, तो उससे दूरी बनाकर रखें, क्योंकि ये बीमारी संक्रमित व्यक्ति को छूने से भी फैलती है।

दिल्ली में भी मिला केस

मंकीपॉक्स के खतरे ने राजधानी दिल्ली में दस्तक दे दी है। दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया है। बड़ी बात ये है कि दिल्ली में मिले मंकीपॉक्स के मरीज की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। दिल्ली में मिले नए मरीज को लोक नायक अस्पताल में आइसोलेट किया गया है, इन मरीज में कुछ दिनों के बुखार के बाद मंकीपॉक्स के लक्षण देखे गए थे।