कटक में ओडिशा के श्रीराम चंद्र भांजा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों ने एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन मशीन का उपयोग करके अपनी ही तरह की पहली सर्जरी की है।
उन्होंने इस तकनीक का उपयोग कर एक 21 वर्षीय रोगी के श्वासनली से 12 x 9 x 14 मिमी के एक बहुत बड़े ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटा दिया, जिससे उसे नया जीवन मिला। देवगढ़ ज़िले के रहने वाले रिंकू लोहार नाम के इस मरीज़ को पिछले छह माह से सांस लेने में गंभीर परेशानी हो रही थी।
बुर्ला स्थित वीर सुरेंद्र साई इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च में भर्ती होने के बाद डॉक्टरों ने पाया कि उसे एंडोट्रैचियल मास है और इसके लिए उसे एससीबी एमसीएच जाने की सलाह दी गयी थी।
5 अप्रैल को लोहार को SCH MCH के कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी विभाग में भर्ती कराया गया था। चूंकि 90 प्रतिशत विंडपाइप को चोक कर रहे उस ट्यूमर को सामान्य सर्जरी से नहीं हटाया जा सकता था,इसलिए डॉक्टरों ने ईसीएमओ मशीन का उपयोग करने का फ़ैसला किया।
इस सर्जरी के लिए डॉक्टरों की टीम का नेतृत्व करने वाले सीटीवीएस विभाग के प्रमुख प्रोफ़ेसर मनोज पटनायक ने जानकारी को साझा करते हुए कहा कि पांच घंटे की लंबी सर्जरी के बाद ट्यूमर को हटा दिया गया।स्थिति की निगरानी के बाद रोगी को ठीक पाया गया और स्वस्थ पाए जाने के बाद उसे छुट्टी दे दी गयी। उन्होंने कहा: “यह ओडिशा में अपनी ही तरह की पहली सर्जरी थी, जहां ईसीएमओ सपोर्ट का उपयोग करके एक मरीज़ के श्वासनली से एक ट्यूमर को हटा दिया गया।”
इस सर्जरी में शामिल अन्य डॉक्टरों में डॉ चित्तरंजन थटेई, डॉ सुब्रत कुमार नायक और डॉ देबाशीष पाधी शामिल थे।
ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…
मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…
हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…
इजरायल (Israel) और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…
Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…
The Kashmir Files के डायरेक्टर पर बॉलीवुड अदाकारा आशा पारेख बुरी तरह बिफर गई। विवेक…