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कहीं आप भी साइलेंट किलर का शिकार तो नहीं हैं, ऐसे करें बचाव

कहीं आप भी साइलेंट किलर का शिकार तो नहीं हैं, ऐसे करें बचाव

रक्तचाप आपके हृदय के द्वारा पंप किए जाने वाले रक्त की मात्रा और आपकी धमनियों में रक्त प्रवाह की प्रतिरोध की मात्रा, दोनों के द्वारा निर्धारित होता है। आपका ह्रदय जितना अधिक रक्त पंप करेगा आपकी धमनियां उतनी अधिक संकुचित होंगी और आप का रक्तचाप उतना ही ऊंचा होगा।

उच्च रक्तचाप (Hypertension) के बारे में सबसे खतरनाक चीजों में से एक यह है कि शायद आपको पता ही ना हो कि आपको यह समस्या है। वास्तविकता में जितने लोगों को उच्च रक्तचाप है उनमें से एक तिहाई लोगों को इसके बारे में पता ही नहीं होता। आपके रक्तचाप का स्तर जितना अधिक होगा, आपको अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जैसे हृदय से संबंधित बीमारी, दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी समस्याओं का खतरा उतना ही अधिक होगा।

आपकी हेल्थकेयर टीम उच्च रक्तचाप की जांच कर सकती है और आपके सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप के स्तरों की समीक्षा करके और विभिन्न स्तरों पर उनकी तुलना करके, निश्चित दिशा निर्देशों के अनुसार आपके उपचार का निर्णय ले सकती है।

<strong>उच्च रक्तचाप के लक्षण</strong>

टेली हेल्थ प्रदाता <em><strong>स्प्रिंट मेडिकल (sprint medical)</strong></em> के अनुसार उच्च रक्तचापवाले अधिकतर लोगों में कोई लक्षण या संकेत दिखाई नहीं देते, भले ही उनके रक्तचाप की रीडिंग बहुत खतरनाक स्तर तक पहुंच जाए। उच्च रक्तचाप वाले कुछ लोगों में सिर दर्द, सांस लेने में तकलीफ या नकसीर की समस्या हो सकती है लेकिन यह विशिष्ट लक्षण नहीं है और तब तक नहीं होते जब तक कि उच्च रक्तचाप एक गंभीर या जीवन के लिए संकटपूर्ण स्तर तक ना पहुंचाएं।

<img class="size-medium wp-image-15938 alignright" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/10/hypertension-300×199.png" alt="hypertension" />

<strong>हालांकि उच्च रक्तचाप के कुछ संभावित लक्षण हैं:</strong>
<ul>
<li>गंभीर सिर दर्द</li>
<li>नाक से खून आना</li>
<li>थकान या भ्रम की स्थिति</li>
<li>दृष्टि की समस्याएं</li>
<li>सीने में दर्द</li>
<li>सांस लेने में मुश्किल</li>
<li>अनियमित हृदय गति</li>
<li>मूत्र में रक्त</li>
<li>छाती, गले या कानों में हृदय गति को महसूस करना</li>
</ul>
सामान्यतः उच्च रक्तचाप के कोई चेतावनी संकेत या लक्षण नहीं होते हैं अधिकतर लोगों को पता ही नहीं होता है कि उन्हें यह समस्या है। आपको रक्तचाप है या नहीं यह जानने का एकमात्र तरीका रक्तचाप के स्तर की सही तरीके से जांच करना ही है।

<strong>रक्तचाप नंबर क्या हैं</strong>
<em>रक्तचाप दो नंबरों के द्वारा मापा जाता है:</em>

पहले नंबर को ब्लड सिस्टोलिक कहा जाता है जो कि, जब आपका हृदय धड़कता है तो आपकी धमनियों में होने वाले दबाव को मापता है। दूसरा नंबर डायस्टोलिक रक्तचाप कहलाता है जो, धड़कनों के बीच में जब आपका हृदय आराम करता है, तब आपकी धमनियों में दबाव को मापता है। अगर माप 120 सिस्टोलिक और 80 डायस्टोलिक आता है तो आप कहेंगे “120 ऑवर 80” या लिखेंगे 120/80 mm Hg।

<strong>कैसे पता चल सकता है कि मुझे उच्च रक्तचाप है या नहीं।</strong>
आपको उच्च रक्तचाप है या नहीं यह जानने का केवल एक ही तरीका है कि चिकित्सक या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से इसका माप कराएं। रक्तचाप को मापना एक शीघ्र होने वाली व दर्द रहित प्रक्रिया है। अपनी हेल्थकेयर टीम से घर पर ही आप का रक्तचाप मापने के बारे में बात करें इससे सेल्फ मेजर्ड रक्तचाप (Self Measured Blood Pressure) SMBP भी कहा जाता है।

उच्च रक्तचाप को “साइलेंट किलर” ( Silent Killer) भी कहा जाता है क्योंकि सामान्यतः इसके कोई चेतावनी संकेत या लक्षण नहीं होते हैं और अधिकतर लोगों को यह पता ही नहीं होता कि उन्हें यह समस्या है।

<strong>रक्तचाप के स्तर</strong>
सामान्य– [ सिस्टॉलिक: 120 mmHg से कम ] [ डायस्टोलिक: 80 mmHg से कम ]
जोखिम (प्रीहाइपरटेंशन)– [ सिस्टॉलिक: 120-139 mmHg से कम ] [ डायस्टोलिक: 80-89 mmHg से कम ]
उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन)– [ सिस्टॉलिक: 140 mmHg या उससे अधिक ] [ डायस्टोलिक: 90 mmHg या उससे अधिक ]
यदि आप में उच्च रक्तचाप की समस्या पाई जाती है, तो अपनी हेल्थकेयर टीम से अपने रक्तचाप के स्तरों और कैसे यह आपके उपचार पर प्रभाव डालते हैं, इस बारे में बात करें।

<strong>उच्च रक्तचाप के कारण</strong>
<em>उच्च रक्तचाप होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि:</em>

1. उम्र बढ़ना- जैसे जैसे आपकी उम्र बढ़ती है वैसे वैसे उच्च रक्तचाप होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। 64 वर्ष की आयु तक पुरुषों में उच्च रक्तचाप की समस्या आम है। महिलाओ में सामान्यतः 65 वर्ष की आयु तक उच्च रक्तचाप की समस्या की संभावनाएं बढ़ जाती है।

2. पारिवारिक इतिहास (अनुवांशिक कारण)- उच्च रक्तचाप के परिवार में एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में जाने की संभावना होती है।

3. अधिक वजन या मोटे होने के कारण- जितना अधिक आपका वजन बढ़ेगा उतना आपको अपने शरीर को ऑक्सीजन एवं पोषक तत्व पहुंचाने के लिए अधिक रक्त की आवश्यकता होगी। जैसे-जैसे आपके रक्त धमनियों में प्रवाहित होने वाले रक्त की मात्रा बढ़ेगी वैसे ही आपकी धमनियों की दीवारों पर पड़ने वाला दबाव भी बढ़ेगा।

4. शारीरिक रूप से सक्रिय ना होना- जो लोग सक्रिय नहीं होते उनकी ह्रदय की गति अधिक होती है। आपके हृदय की गति जितनी अधिक होगी आपके हृदय को प्रत्येक संकुचन के लिए उतना ही कठिन परिश्रम करना होगा और उतना ही अधिक दबाव आपकी धमनियों पर पड़ेगा। शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण वजन आवश्यकता से अधिक होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

5. धूम्रपान और तंबाकू की आदत- धूम्रपान और तंबाकू चबाने से ना केवल आपका रक्त स्तर अस्थाई रूप से बढ़ जाता है बल्कि तंबाकू में उपस्थित रसायनों से आपकी रक्त धमनियों की दीवारों को नुकसान पहुंचता है। इससे आपकी रक्त धमनियां संकुचित हो जाती हैं जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। दूसरी तरफ धूम्रपान भी हृदय संबंधी बीमारियों की संभावनाओं को बढ़ा देता है।

6. खाने में नमक (सोडियम) की अधिकता- आपके आहार में सोडियम की अधिक मात्रा से आपके शरीर में द्रव बढ़ जाता है जिससे रक्तचाप बढ़ जाता है।

7. आपके आहार में पोटेशियम बहुत कम होना- पोटेशियम आप की कोशिकाओं में सोडियम की मात्रा को संतुलित रखने में सहायता करता है।अगर आप अपने भोजन में पर्याप्त मात्रा में पोटेशियम नहीं ले रहे हैं या पोटेशियम के स्तर को बनाए नहीं रख पा रहे हैं तो आपके रक्त में आवश्यकता से अधिक सोडियम जमा हो सकता है।

8. शराब का सेवन- समय के साथ शराब का अत्यधिक सेवन आपके हृदय को नुकसान पहुंचा सकता है। महिलाओं के लिए दिन में एक और पुरुषों के लिए दिन में दो से अधिक ड्रिंक्स लेना आपके रक्तचाप को प्रभावित कर सकता है। यदि आप शराब का सेवन करते हैं तो संयम से करें। स्वस्थ वयस्कों के लिए, अर्थात महिलाओं के लिए दिन में एक ड्रिंक और पुरुषों के लिए एक दिन में दो ड्रिंक पर्याप्त है। एक ड्रिंक, बियर के 12 औंस के, शराब के 5 औंस या 80- प्रूफ शराब के 1.5 औंस के बराबर है।

9. तनाव- तनाव के उच्च स्तर के कारण, रक्तचाप में अस्थाई बढ़ोतरी हो सकती है। यदि आप ज्यादा खा कर, तंबाकू का इस्तेमाल करके या शराब पीकर तनाव मुक्त होने की कोशिश करते हैं, तो आप सिर्फ उच्च रक्तचाप से होने वाली समस्याओं को और बढ़ा रहे हैं।

10. कुछ पुरानी स्थितियां- कुछ पुरानी स्थितियां भी आपके उच्च रक्तचाप के जोखिम को बढ़ा सकती हैं जैसे कि गुर्दे की बीमारी, मधुमेह और स्लीप एपनिया (sleep apnea)।

कभी-कभी गर्भावस्था के कारण भी उच्च रक्तचाप की समस्या हो जाती है।

<strong>उच्च रक्त चाप को प्रबंधित करने के 7 तरीके</strong>

नियमित रूप से व्यायाम करें और गतिविधियों को बढ़ाएं- 2013 के एक अध्ययन में, वह सुस्त उम्र-दराज वयस्क जिन्होंने एक एयरोबैटिक व्यायाम प्रशिक्षण में हिस्सा लिया, उनका रक्तचाप औसतन 3.9 प्रतिशत सिस्टोलिक और 4.5 प्रतिशत डायस्टोलिक कम हुआ है। यह परिणाम कुछ रक्तचाप की दवाइयों के जैसे ही बेहतर हैं।

नियमित शारीरिक गतिविधि- यदि आपको उच्च रक्तचाप है तो सप्ताह में 150 मिनट या सप्ताह के अधिकांश दिनों में 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि आपके रक्तचाप को 5 से 8 mm Hg तक कम कर सकती हैं। इसमें नियमितता महत्वपूर्ण है क्योंकि यदि आपने व्यायाम करना बंद कर दिया तो आप का रक्तचाप दोबारा बढ़ सकता है।

<strong>यहां पर आपके गतिविधि के स्तर को बढ़ाने के लिए कुछ आसान तरीके दिए गए हैं:</strong>
<ul>
<li>सीढ़ियों का प्रयोग</li>
<li>ड्राइविंग के बजाय चलना</li>
<li>घर के काम करना</li>
<li>बागवानी करना</li>
<li>बाइक की सवारी करना</li>
<li>टीम का खेल खेलना</li>
<li>बस इसे नियमित रूप से करें और प्रतिदिन कम से कम आधा घंटा नरम गतिविधि का कार्य करें।</li>
</ul>
<strong>एक स्वस्थ आहार का सेवन करें</strong>
यदि आप को उच्च रक्तचाप की समस्या है, तो साबुत अनाजों, फलों, सब्जियों और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों से भरपूर भोजन का सेवन और कोलेस्ट्रॉल तथा संतृप्त वसा से दूर रहने से आपका रक्तचाप 11mm Hg तक कम हो सकता है। भोजन करने का यह प्लान, डाइट्री एपरोचेज टू सटाॅप हाईपरटेंशन (Dietary Approaches to Stop Hypertension) (DASH) बाईट के नाम से जाना जाता है।

<strong>अपनी खाने की आदतों में बदलाव करना आसान नही है, लेकिन इन टिप्स की सहायता से आप एक स्वस्थ आहार को अपना सकते हैं:</strong>

1 भोजन की एक डायरी बनाएं – आप क्या खाते हैं, यह केवल एक सप्ताह तक लिखने मात्र से आप अपनी खाने की आदतों पर आश्चर्यजनक रूप से प्रकाश डाल सकते हैं। इस बात पर ध्यान दें कि आपने क्या खाया कब खाया कितना और क्यों खाया।

2 पोटेशियम बढ़ाने पर ध्यान दें– पोटेशियम रक्तचाप में सोडियम के प्रभाव को कम कर सकता है। सप्लीमेंट्स की तुलना में भोजन जैसे कि फल और सब्जियां पोटेशियम के सर्वोत्तम स्रोत हैं। आपके लिए पोटेशियम का कौन स्रोत उचित रहेगा, इस बारे में अपने चिकित्सक से परामर्श करें।

<em>एक समझदार ग्राहक बनें- भोजन खरीदते समय, उनके लेबल्स को ध्यान से पढ़ें और बाहर खाते समय अपने स्वस्थ-आहार के प्लान पर बने रहें।</em>

<strong>अगर आपका वजन ज्यादा है तो वजन को घटाएं</strong>
आमतौर पर वजन बढ़ने के साथ रक्तचाप बढ़ता है। अधिक वजन होना, सोते समय बाधित सांसो का कारण बन सकता है (स्लीप एपनेआ), जो आपके रक्तचाप को बढ़ाता है। अगर आपका वजन ज्यादा है तो 5 या 10 पौंड वजन घटाने से भी आपका रक्तचाप कम हो सकता है। साथ ही आपको दूसरी चिकित्सकीय समस्याओं का खतरा भी कम हो जाता है। बहुत सारे अध्ययनों के आधार पर वर्ष 2016 में हुए एक आंकलन के अनुसार, वजन कम करने वाले आहार औसतन रक्तचाप को 3.2 mm Hg डायस्टोलिक और 4.5 mm Hg सिस्टोलिक कम कर देते हैं।

<strong>धूम्रपान बंद कर दें</strong>
हर सिगरेट जो आप पीते हैं, खत्म होने के बाद भी कई मिनट तक आपके रक्तचाप को बढ़ा देती है। धूम्रपान बंद करने से आपके रक्तचाप को सामान्य की तरफ लौटने में मदद मिलती है। धूम्रपान छोड़ देने से आपको हृदय रोग होने का खतरा कम हो जाता है और आपके संपूर्ण स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। जो लोग धूम्रपान छोड़ देते हैं, वह उन लोगों से ज्यादा जी सकते हैं जो कभी धूम्रपान नहीं छोड़ते। तंबाकू में निहित रसायन आपकी रक्त धमनियों को तब भी नुकसान पहुंचा सकते हैं जब आप धुएं के आस-पास हों। एक अध्ययन में यह पाया गया है कि धुएं से युक्त घरों में रहने वाले बच्चों में, धूम्रपान न करने वाले घरों के बच्चों की तुलना में अधिक रक्तचाप होता है।

<strong>अत्याधिक तनाव को कम करें</strong>
कुछ समय लगा कर सोचिए कि किस कारण से आप तनावपूर्ण महसूस करते हैं, जैसे कि काम, परिवार, आय-व्यय या अस्वस्थता। एक बार जब आप जान जाएं कि तनाव का कारण क्या है, तो इस बारे में विचार करें कि से कम कैसे किया जाए। तनाव को सफलतापूर्वक कम करने के बहुत से तरीके हैं, यह पता लगाएं कि आपके लिए इनमें से कौन सा सही है। गहरी सांस लेने का अभ्यास करें, सैर करें, किताबें पढ़ें या एक हास्य चित्र देखें।

<strong>अपनी नींद का कोटा, एक आरामदायक नींद के साथ पूरा करने का प्रयास करें</strong>
सोते समय आपका रक्तचाप गिरता है। यदि आप ठीक से नहीं सो रहे हैं, तो इसका प्रभाव आपके रक्तचाप पर पड़ सकता है। वह लोग जिन्हें नींद में कमी का अनुभव होता है, खास तौर पर अधेड़ उम्र के लोग, उनमें उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है। कुछ लोगों के लिए, रात में एक अच्छी नींद ले पाना आसान नहीं होता। एक आरामदायक नींद लेने में आपकी मदद करने वाले बहुत से तरीके हैं। सोने का एक शेड्यूल निर्धारित करने का प्रयास करें, रात को आराम करें, दिन में व्यायाम करें, दिन में झपकी लेने से बचें और अपने बेडरूम को आरामदायक बनाएं।

<strong>शराब का सेवन संतुलित रूप में करें</strong>
यदि आप पूरी तरह से स्वस्थ हैं तो भी शराब का संतुलित मात्रा से अधिक सेवन आपके रक्तचाप को कईं पॉइंट्स तक बढ़ा सकता है। यह रक्तचाप के लिए ली गई चिकित्सा के प्रभावों को भी कम कर सकता है। यह आवश्यक है कि शराब का सेवन संतुलित मात्रा में किया जाए। प्रति 10 ग्राम शराब का सेवन आपके रक्तचाप को1 mm Hg तक बढ़ा सकता है। एक मानक ड्रिंक में अल्कोहल की मात्रा 14 ग्राम होती है। एक मानक ड्रिंक में क्या आता है? एक 12 औंस की बियर, 5 औंस वाइन या 1.5 औंस डिस्टिल्ड स्पिरिट। “महिलाओं के लिए दिन में एक और पुरुषों के लिए दिन में दो ड्रिंक, संतुलित ड्रिंक है।”

घर पर अपने रक्तचाप का ध्यान रखें और नियमित रूप से अपने चिकित्सक से मिलते रहें। होम मॉनिटरिंग आपके रक्तचाप की सही जानकारी रखने में सहायक होती है, सुनिश्चित करें कि आपकी जीवन शैली में किए गए बदलाव सही दिशा में कार्य कर रहे हैं और आपको और आपके चिकित्सक को संभावित स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के लिए सचेत करें। रक्तचाप मॉनिटर्स व्यापक रूप से बिना प्रिस्क्रिप्शन के उपलब्ध हैं। शुरू करने से पहले होम मॉनिटरिंग के बारे में अपने चिकित्सक से बात करें.