अण्डा-मुर्गा खाते हैं तो हो जाएं खबरदार, पकड़ सकता है बर्ड फ्लू! बरतें ये सावधानी

कोरोना महामारी के बीच देश में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। भारत के कई राज्यों के बर्ड फ्लू के केस आ रहे हैं। हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश केरल में हालात नाजूक बताए जा रहे हैं। इस जानलेवा वायरस से अब तक हिमाचल-मध्य प्रदेश में कई कौवे की जान चली गई है। वही हरियाणा में करीब 1 लाख पोल्ट्री बर्ड की मौत हो गई है। कई राज्यों से पंक्षी के संक्रमित होने की खबर आ रही है। ऐसे में हमे यह जानना बेहद जरुरी है कि बर्ड फ्लू फैलता कैसा है और इससे हम अपने आप को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।

बर्ड फ्लू एक बेहद खतरनाक बीमारी है जो इंफ्लूएंजा टाइप-ए वायरस की वजह से फैलती है। इसे एवियन इंफ्लूएंजा भी कहा जाता है। बर्ड फ्लू पक्षियों से इंसानों या दूसरे जानवरों में भी फैल सकता है। मुख्य तौर पर पोल्ट्री फार्म में पलने वाली मुर्गियों से यह फैलना शुरू होती है। कोरोना की तरह इसके भी कई अलग-अलग स्ट्रेन होते हैं। WHO का कहना है कि संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से फैसला है। हलाकि यह एक गतल जानकारी है कि बर्ड फ्लू चिकन और अंडा खाने से फैसलता है। ये वायरस ताप के प्रति संवेदनशील है और कुकिंग टेंपरेचर में नष्ट हो जाता है।

बर्ड फ्लू के कई प्रकार होते हैं। लेकिन H5N1 पहला एवियन इंफ्लूएंजा है, जिसने पहली बार किसी इंसान को संक्रमित किया था। इसका पहला मामला साल 1997 में हॉन्गकॉन्ग में सामने आया था। H5N1 आमतौर पर पानी में रहने वाले पक्षियों में होता है। लेकिन ये पोल्ट्री फार्म में पलने वाले पक्षियों में भी आसानी से फैल सकता है। पोल्ट्री फॉर्म में पंक्षियों के संक्रमित होने से यह इंसानों में भी फैल जाता है। बर्ड फ्लू की बीमारी पक्षियों के मल, लार, नाक-मुंह या आंख से स्राव के माध्यम से इंसानों में फैल सकती है। हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पक्षियों के पूरी तरह से पके हुए मांस या अंडे खाने से ये बीमारी लोगों के बीच नहीं फैलती है।

<strong>बर्ड फ्लू के लक्षण</strong>

H5N1 इंफेक्शन की चपेट में आने पर आपको खांसी, डायरिया, रेस्पिरेटरी में परेशानी, बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, बेचैनी, नाक बहना या गले में खराश की समस्या हो सकती है। ऐसे महसूस होने पर डॉक्टर्स की सलाह लें।

<strong>बर्ड फ्लू से बचने के उपाए</strong>

इससे बचने के लिए पोल्ट्री फार्म में काम करने वाले लोगों से दूर रहना चाहिए। प्रभावित इलाकों में जाने से बचना चाहिए और संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से बचें। अधपका मांस अंडा ना खाए। घर में किसी संक्रमित व्यक्ति से भी निश्चित दूरी बनाकर रखनी चाहिए। ओपन एयर मार्केट में जाने से परहेज करें और हाइजीन-हैंडवॉश जैसी बातों का खास ख्याल रखें।.

Vivek Yadav

Writer

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