जो Vaccine आपने लगवाई है, देखिए Delta Variant से कितनी असरदार है- देखिए क्या कहती है Study

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कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने जमकर दुनिया भर में तबाही मचाई, इस लहर में तेजी संक्रमण बढ़ाने के पीछे सबसे बढ़ा कारण डेल्टा वेरिएंट रहा है। अबतक के पाए गए सारे वेरिएंट में डेल्टा वेरिएंट सबसे खतरनाक बताया गया। जब कोविड-19 वैक्सीन आई तो सबसे पहले सवाल यही था कि क्या वैक्सीन इस वेरिएंट से लड़ने में सक्षम है। कई वैक्सीन हैं जो इस घातक वेरिएंट को मारने में कामयाब हैं।</p>
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डेल्टा वेरिएंट से लड़ने में कोरोना वायरस वैक्सीन कारगर है। राष्ट्रीय डेटा का उपयोग करने वाले शोध से ये भी संकेत मिलता है कि फाइजर और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन की तुलना में मॉडर्ना वैक्सीन डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ काफी अधिक प्रभावी है। दुनियाभर में डेल्टा वेरिएंट तेजी से फैल रहा है। अमेरिका में रीजेंस्ट्रिक इंस्टीट्यूट में डेटा और एनालिटिक्स के उपाध्यक्ष औऱ अध्ययन के लेखक शॉन ग्रैनिस ने कहा, रियल-वर्ल्ड डाटा बताते हैं कि वैक्सीन कोविड से जुड़े मामलों में अस्पतालों और आपातकालीन विभाग में भर्ती होने की दर को कम करने में अधिक प्रभावी है। यहां तक की कोविड-19 के वेरिएंट के खिलाफ भी कारगर है।</p>
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ग्रैनिस ने एक बयान में कहा, हम उन सभी लोगों को वैक्सीनेशन करवाने के लिए कहते हैं, जो योग्य है। इसके जरिए कोरोना से होने वाली गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है और देश के हेल्थ केयर सिस्टम पर दबाव कम हो सकता है। इसके साथ ही लेखकों ने इस बात भी जिक्र किया है कि,सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के विजन नेटवर्क ने जून जुलाई और अगस्त 2021 के दौरान नौ राज्यों से 32,000 से अधिक मेडिकल मामलों का विश्लेषण किया। इस दौरान अमेरिका में डेल्टा वेरिएंट सामने आ रहे कोरोना मामलों की वजह बना हुआ था। उन्होंने कहा कि नतीजों से पता चलता है कि कोविड-19 के खिलाफ वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों का अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 5 से 7 गुना अधिक है। ऐसा ही कोरोना के अलग-अलग वेरिएंट के खिलाफ भी है, इस वजह से वैक्सीनेशन बेहद जरूरी है।</p>
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ये स्टडी मॉर्बिडिटी एंट मॉर्टेलिटी वीकली रिपोर्ट ममें छापी गई है, जिसका प्रकाशन CDC करती है। इसके जरिए mRNA वैक्सीनों के कारगर होने के अंतर का भी पता चलता है। लेखकों ने कहा कि अध्ययन की अवधि में मॉडर्ना वैक्सीन 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को अस्पताल में भर्ती होने से रोकने के लिए 95 फीसदी, फाइजर 80 फीसदी लेकिन जॉनसन एंड जॉनसन इन दोनों से थोड़ी कम प्रभावी है।</p>
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आईएन ब्यूरो

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