केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नए कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए सभी किसानों को आमंत्रित किया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि कृषि क्षेत्र के विकास और किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए नए कानून की आवश्यकता थी। जो कानून सरकार लाई है, उनसे किसानों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। केंद्रीय कृषि मंत्री ने <a href="https://hindi.indianarrative.com/krishi/farmersprotest-delhi-nirankari-maidan-allowed-19442.html">किसानों की समस्याओं पर बातचीत</a> के लिए किसान नेताओं को तीन दिसंबर को आमंत्रित किया है।
कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि किसानों की समस्या पर बातचीत के लिए सरकार हमेशा तैयार है। किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को दूसरे दौर की बातचीत के लिए तीन दिसंबर को आमंत्रित किया गया है। इससे पहले तोमर ने एक ट्वीट में कहा, "नए कानून बनाना समय की आवश्यकता थी। आने वाले कल में ये नए कृषि कानून, किसानों के जीवन स्तर में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "नए कृषि कानूनों के प्रति भ्रम को दूर करने के लिए मैं सभी किसान भाइयों एवं बहनों को चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं।"
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<p dir="ltr" lang="hi">नए कानून बनाना समय की आवश्यकता थी, आने वाले कल में ये नए कृषि कानून, किसानों के जीवन स्तर में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले हैं।</p>
नए कृषि कानूनों के प्रति भ्रम को दूर करने के लिए मैं सभी किसान भाइयों एवं बहनों को चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूँ। <a href="https://t.co/nuErxau23B">pic.twitter.com/nuErxau23B</a>
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) <a href="https://twitter.com/nstomar/status/1332188104287944704?ref_src=twsrc%5Etfw">November 27, 2020</a></blockquote>
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<h2>किसानों को दिल्ली में आने की मिली इजाजत</h2>
उधर, किसान संगठनों की अपील पर 26 नवंबर से पंजाब और हरियाणा के किसानों का विरोध-प्रदर्शन चल रहा है। विभिन्न संगठनों से जुड़े किसान नेता <a href="https://hindi.indianarrative.com/india/farmers-protest-delhi-gurugram-border-traffic-jam-passengers-huge-inconvenience-19409.html">दिल्ली की सीमा</a> पर डेरा जमाए हुए थे। उन्हें दिल्ली की सीमा में प्रवेश करने से पहले रोक दिया गया था। हालांकि, बाद में हरियाणा और पंजाब से पहुंचे किसानों को दिल्ली में प्रवेश की इजाजत दे दी गई। इस बीच शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत की अगुवाई में मुजफ्फरपुर से भी किसान दिल्ली की तरफ रवाना हुए।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव सुधांशु पांडेय की तरफ से 23 नवंबर को पंजाब के किसान नेताओं को लिखे एक पत्र के जरिए उन्हें केंद्रीय कृषि मंत्री से बातचीत के लिए 3 दिसंबर को सुबह 11 बजे नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन आने का आग्रह किया गया है। इससे पहले नए कृषि कानून से संबंधित मसले को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री और रेलमंत्री पीयूष गोयल ने 13 नवंबर, 2020 को पंजाब के किसान प्रतिनिधियों से बातचीत की थी। उस समय बातचीत आगे भी जारी रखने पर सहमति जताई गई थी। अधिकारी ने कहा कि <a href="https://hindi.indianarrative.com/india/farmers-protest-manohar-lal-khattar-captain-amarinder-singh-stop-provoking-19384.html">किसानों की समस्याओं</a> को लेकर सरकार हमेशा उनसे बातचीत के लिए तैयार है।.
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