BJP की मोदी सरकार आई तो 35 साल बाद IGNOU में शुरू हुईं MA Urdu की क्लासेस

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इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी की स्थापना 35 साल पहले हुई थी। 1985 में यूनिवर्सिटी की स्थापना से लेकर अब तक ज्यादातर समय तक कांग्रेस की सरकार रही। कांग्रेस मतलब वो पार्टी जो मौजूदा मोदी सरकार को मुसलमान विरोधी और एजूकेशन का सैफरॉनाइजेशन करने का आरोप लगाती रहती है इग्नू जैसी संस्था में उर्दू विषय में एमए की कक्षाएं शुरू नहीं करवा पाई। लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल में मुसलमानों की शिक्षा और उर्दू के विकास के लिए तमाम बड़े काम किए गए हैं।</p>
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बहरहाल, इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) ने उर्दू में पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स शुरू किया है। इग्नू के स्कूल ऑफ ह्यूमिनिटीज ने डिस्टेंस लर्निंग (Distance Learning) के तहत यह कोर्स शुरू किया है। इस कोर्स के माध्यम से अलग-अलग देशों में बोली जाने वाली भाषाओं को समझने में मदद मिलेगा।</p>
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<img alt="" src="https://hindi.indianarrative.com/upload/news/MA_Urdu_IGNOU.JPG" /></p>
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इग्नू की ओर से बताया गया है कि यह कोर्स शिक्षार्थियों को उर्दू भाषा और साहित्य की एक विस्तृत श्रृंखला से परिचित कराता है। इस कोर्स (IGNOU Urdu Course) से छात्रों को उर्दू साहित्य, अरबी साहित्य, फारसी साहित्य, अंग्रेजी साहिक्य और हिंदी साहित्य की  अच्छी समझ विकसित करने में मदद मिलेगा। इग्नू की ऑफिशियल वेबसाइट ignouadmission.samarth.edu.in पर कोर्स की डिटेल्स देख सकते हैं।</p>
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इग्नू ने जानकारी दी है कि इस नए कार्यक्रम के लिए पढ़ने की समझ और लेखन कौशल का अच्छा ज्ञान एक शर्त होगी। इस कोर्स में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के पास मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के इच्छुक अभ्यर्थी यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। इग्नू ने जुलाई 2021 सत्र से विकास संचार (PGDDC) में एक नया स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रम (PG Diploma Course) भी शुरू किया है। स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया स्टडीज द्वारा विकसित नया शैक्षणिक कार्यक्रम 25 जून को प्रोफेसर नागेश्वर राव, कुलपति इग्नू द्वारा लॉन्च किया गया था।</p>
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इसके अलावाज्योतिष में मास्टर्स कोर्स का डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू किया गया है। इस कोर्स की अवधि दो साल होगी। इस कोर्स का माध्यम हिंदी होगा। एमएजेवाई (MAJY) कार्यक्रम का शुल्क 12,600 रुपये रखा गया है। विद्यार्थी इस शुल्क को दो किस्तों में भर सकते हैं। कोर्स में दाखिला लेते वक्त छात्रों को 6,300 रुपये व 200 रुपये पंजीकरण शुल्क देना होगा। वहीं, एमए ज्योतिष के दूसरे साल विद्यार्थियों को 6,300 रुपये देने होंगे। यह स्नातकोत्तर कोर्स देश के विभिन्न राज्यों के 57 इग्नू क्षेत्रीय केंद्रों पर पेश किया जाएगा।</p>

Rajeev Sharma

Rajeev Sharma, writes on National-International issues, Radicalization, Pakistan-China & Indian Socio- Politics.

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