Hindi News

indianarrative

Nupur Sharma के बहाने क्या करने जा रहे हैं राज ठाकरे- देखें रिपोर्ट

Nupur Sharma Prophet Remark Row Raj Thackeray

नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को लेकर न सिर्फ देश बल्कि दुनिया भर में जमकर हो हल्ला हुआ। वजह पैगंबर मोहम्मद पर दिया गया बयान था। कट्टरपंथी मुसलमानों ने ऐसी आग फैलाई की पूरी दुनिया में नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के खिलाफ मुस्लिम सड़कों पर उतर आए। खासकर पाकिस्तान ने तो जमकर झूठी अफवाह फैलाई। यहां तक कि नूपुर शर्मा के खिलाफ कई जगह केस दर्ज किए गए थे। इस बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के मुखिया राज ठाकरे ने नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) का बचाव करते हुए कहा है कि, जो बातें नूपुर ने कहीं थीं वही बात तो जाकिर नाईक ने भी कही है लेकिन, उससे कोई माफी की मांग क्यों नहीं करता है?

यह भी पढ़ें- Nupur Sharma का समर्थन करना फिर पड़ा भारी, मध्य प्रदेश के आगर में बजरंग दल के नेता को घेर कर हमला

राज ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक कई मुद्दों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब से नूपुर का बयान आया है तब से देश में खूब राजनीति हो रही है। राज ठाकरे ने कहा कि, नूपुर का कोई समर्थन नहीं कर रहा है। जाकिर नाईक ने भी वही बात कही है लेकिन कोई उससे माफी की मांग क्यों नहीं करता है? राज ठाकरे की तबीयल लंबे समय से ठीक नहीं थी जिसके कारण वो राजनीति से दूर थे। सेहत में सुधार आने के बाद वो कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे जहां उन्होंने कहा कि, नूपुर पर माफी मांगने के लिए दबाव बनाया गया कि वो माफी मांगे। नाईक से माफी मांगने की कोई अपील सामने नहीं आई। उन्होंने कहा कि जो नूपुर ने कहा वही बात नाईक ने भी कही थी।

यह भी पढ़ें- कंगाल मुल्क रच रहा Nupur Sharma की हत्या की साजिश, बॉर्डर पर पकड़ा गया तहरीक-ए-लब्बैक का आतंकी रिजवान

बता दें कि, नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद विवाद के बाद देशभर में जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ था। यहां तक कि विदेशों में कई इस्लामिक देश इसमें कूद पड़े थे। कट्टरपंथी मुसलमानों में इस मामले पर जमकर झूठी अफवाहें फालई जिसके चलते ये मामला तेजी से आग की तरह फैल गया। बीजेपी ने नूपुर को पार्टी से निलंबित भी कर दिया था। यहां तक की इस मामले पर उन्होंने मांफी मांग ली लेकिन, इसके बाद भी जमकर राजनीति की गई। इस दौरान उनके खिलाफ देश की कई अदालतों में मुकदमे दर्ज हुए थे। सुप्रीम कोर्ट ने उन सभी मुकदमों को दिल्ली में दर्ज करने का आदेश दिया था।