AMU के कब्रिस्तान में नहीं बची जगह, कोरोना के नए वैरिएंट से एक और प्रोफेसर की मौत, योगी ने की VC से बात

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देश के प्रतिष्ठिति अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में हाल के दिनों में कोविड-19 से कई मौतें हुई हैं। हाल के दिनों में कोरोना संक्रमण से यहां 44 कर्मचारियों की मौत हुई है जिनमें 19 प्रोफेसर और 25 गैर-शिक्षक कर्मचारी शामिल हैं। ये सिलसिला जारी है। एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा विभाग के प्रोफेसर शोएब जहीर (56) का कोविड-19 से निधन हो गया। परिवार के सदस्य के अनुसार, प्रोफेसर जहीर का निधन दिल्‍ली के एक अस्पताल में हुआ।</p>
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एएमयू वाइस चांसलर तारिक मंसूर ने इस बारे में भारतीय चिकित्सा एवं अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को पत्र लिखा है। वीसी ने कहा है कि विवि में ये मौतें वायरस के 'घातक' स्वरूप से हुई हैं। वीसी ने इस वायरस की जिनोम सिक्वेसिंग किए जाने की मांग की है। वीसी ने लिखा है, 'इस बात का संदेह बढ़ता जा रहा है कि अलीगढ़ के सिविल लाइन इलाके में वायरस के एक विशेष प्रकार वैरिएंट फैल रहा है। इस इलाके में एएमयू और अन्य इलाके स्थित हैं।'</p>
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इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति से फोन पर वार्ता कर विश्वविद्यालय के मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों तथा वहां कार्यरत चिकित्सकों और अन्य कर्मचारियों के बारे में जानकारी ली है। मंगलवार को जारी सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने एएमयू में कुछ चिकित्सकों एवं कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने की खबरों का संज्ञान लेकर कुलपति से वार्ता की।</p>
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मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय के परिसर में बड़ी संख्या में लोग रहते हैं, इन्हें कोविड संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी उपाय किए जाना आवश्यक है। योगी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव में टीकाकरण की महत्वपूर्ण भूमिका है और वर्तमान में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग का टीकाकरण भी शुरू हो गया है। सीएम ने कहा कि जिला प्रशासन और सरकार कोरोना रोकथाम और टीकाकरण की दिशा में एएमयू अफसरों का हर संभव सहयोग करेंगे।</p>
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एएमयू के प्रेस ऑफिसर ने कहा कि जब कोरोना की पहली लहर आई थी तो विवि ने स्थानीय लोगों की मदद की थी। विवि के प्रवक्ता सैफी किदवई ने कहा, 'इस बार यह काफी बुरा है।।।मृत्यु दर इस बार काफी ज्यादा है और यह काफी चिंता का विषय है।' कोरोना संक्रमण से हाल के दिनों में औषधि विभाग से डॉ। शादाब खान और डॉक्टर आरिफ सिद्दिकी और जूलोजी विभाग से प्रोफेसर हुमायूं मुराद की जान गई है।</p>

आईएन ब्यूरो

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