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PFI पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की कहानी, सक्सेस रहा ऑपरेशन मिडनाइट

PFI Raids By NIA

NIA Raid on PFI: भारत में मुस्लिमों को जितनी आजादी है उतनी शायद एक इस्लामिक देश भी नहीं है। लेकिन, इसके बाद भी कट्टरपंथी मुसलमान देश में लगातार नफरत फैलाने का काम करते हैं। यहां पर अंदर ही अंदर कई सारी ऐसी संस्थाएं चलती हैं जो लोगों के अंदर कट्टरता भरने की कोशिश कर रही हैंष लोगों के बीच गलत चीजों का प्रचार किया जाता है। मदरसों को लेकर कई रिपोर्टें और वीडियो सामने आ चुकी हैं जिसमें दिखाया गया है कि छोटे बच्चों को ही गलत चीजें पढ़ाई जा रही हैं। इन संस्थाओं में से एक प्रतिबंधित संगठन (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) PFI भी है। जिसपर देश में दंगे भड़काने, लोगों को गुमराह करने के आरोप लग चुके हैं, PFI का आतंकियों से कनेक्शन भी है। PFI के खिलाफ केंद्र की अलग-अलग एजेंसियों (NIA Raid on PFI) ने बड़ा एक्शन लिया है। NIA ने अब तक (NIA Raid on PFI) 11 राज्यों में 106 ठिकानों पर दबिश देकर 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें पार्टी के कई बड़े नेता भी शामिल हैं। PFI पर सर्जिकल स्ट्राइक की पटकथा को लेकर कहा जा रहा है कि, ये 29 अगस्त को ही लिख दी गई थी।

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अमित शाह ने बांटी थी अलग-अलग एजेंसियों को जिम्मेदारियां
दरअसल, 29 अगस्त को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पीएफआई की गतिविधियों को देखते हुए उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में शामिल हुए शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि शाह पीएफआई और उससे जुड़ी गतिविधियों की जानकारी चाहते थे। उस दौरान जब मौजूद लोगों ने उन्हें जानकारियां मुहैया कराई, तो उन्होंने अलग-अलग एजेंसियों को जिम्मेदारियां बांटी। PFI के खिलाफ बड़े एक्शन की योजना बनाई गई थी, लेकिन यह भी तय किया गया कि एजेंसियां पहले पूरा होमवर्क करेंगी।

PFI के पूरे आतंकी नेटवर्क को खत्म करने का बना था प्लान
बैठक के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, रॉ, आईबी, NIA के प्रमुख समेत कई बड़े अधिकारी शामिल हुए थे। शाह ने यह साफ कर दिया था कि पीएफआई के पूरे कैडर, फंडिंग और आतंकी नेटवर्क को खत्म करना है और इसमें अलग-अलग एजेंसियों के शामिल करने की योजना तैयार की गई। रिपोर्ट के मुताबिक, मीटिंग के दौरान केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को जानकारी जुटाने और डोजियर तैयार करने के लिए कहा गया। एजेंसियों को हत्याओं और जबरन वसूली मामले में पीएफआई कैडर के शामिल होने से जुड़ी सभी जानकारियां लिखने के निर्देश जारी किए गए।

NIA, ED ने पुलिस को भी किया शामिल
NIA को मामलों की जांच और देशभर में कैडर को पकड़ने के लिए ट्रैप तैयार करने के लिए कहा गया। हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्रालय की तरफ से भी PFI से जुड़े कई मामले एनआईए को सौंपे गए थे, जिनकी जांच पहले राज्य की पुलिस कर रही थी। बैठ के बाद ED को PFI की फंडिंग, विदेश से मदद और अवैध लेनदेन से जुड़ी शुरुआती रिपोर्ट तैयार करन की जिम्मेदारी दी गई. इसके अलावा राज्य की पुलिस को भी योजना में तैयार करने का फैसला लिया गै। इसमें उन राज्यों को शामिल किया गया जो इस संगठन को लेकर चिंता जाहिर कर रहे थे और उनकी अवैध गतिविधियों का रोज सामना कर रहे थे।

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ऑपरेशन मिडनाइट
NIA और ED ने गुरुवार को 11 राज्यों में करीब 106 ठिकानों पर कार्रवाई की है। इस दौरान पार्टी के कई बड़े नातओं समेत 100 से ज्यादा कैडर को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन मिडनाइट’ नाम दिया गया था। एजेंसियों ने चेयरमैन ओएमए सलाम को भी हिरासत में ले लिया था। जिसके बाद से इससे जोड़ों लोगों के बीच बौखलाहट तेज हो गई है।