अच्छी खबर: चीन ने वापस लौटाए पांच भारतीय युवक

अरुणाचल प्रदेश से दो सितंबर को लापता हुए और बाद में चीनी क्षेत्र में पाए गए पांच युवकों को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी(पीएलए) ने शनिवार को भारत को सौंप दिया है। यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है, जब दोनों देशों के बीच एलएसी के पास तनाव की स्थिति बनी हुई है।

रक्षा सूत्रों ने कहा है कि लापता हुए इन पांचों युवाओं को 11 दिन बाद भारत लाया गया है। बताया गया था कि इनका अपहरण कर लिया गया है।

<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Absolutely glad to know that five of our Arunachali youths have been safely handed over to Indian Army by Chinese PLA. I am wholeheartedly thankful to the Govt of India and the Indian Army for their persistent effort in securing their return. <a href="https://twitter.com/PMOIndia?ref_src=twsrc%5Etfw">@PMOIndia</a> <a href="https://twitter.com/adgpi?ref_src=twsrc%5Etfw">@adgpi</a></p>— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (@PemaKhanduBJP) <a href="https://twitter.com/PemaKhanduBJP/status/1304706613521997826?ref_src=twsrc%5Etfw">September 12, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>

पूर्वी अरुणाचल प्रदेश के अंजाव जिले के किबिथू के पास दमाई में इन पांचों लोगों को भारतीय अधिकारियों को सौंपा गया।

रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल हर्ष वर्धन पांडे ने एक बयान में कहा, "शनिवार को किबिथू में सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद चीनी सेना ने भारतीय सेना को पांचों युवकों को सौंप दिया है। काोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत इन लोगों को 14 दिन क्वारंटीन में रखा जाएगा, फिर इन्हें इनके परिवारों को सौंपा जाएगा।"

चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने मंगलवार को भारतीय सेना को जानकारी दी थी कि सुबनसिरी जिले में चीन-भारतीय सीमा से 2 सितंबर को लापता हुए, पांचों उनके इलाके में मिले थे।

रक्षा सूत्रों ने कहा था कि भारतीय सेना के लगातार प्रयासों से ये लोग वापस मिले हैं। इन लोगों ने 2 सितंबर को अनजाने में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को पार कर लिया था।

स्थानीय मीडिया के अनुसार, इस घटना के बारे में तब जानकारी मिली, जब समूह के दो सदस्य जंगल से घर लौट आए और उन्होंने ग्रामीणों को पांच लोगों के अपहरण की जानकारी दी। इन लोगों का सेरा 7 से अपहरण किया गया था, जो भारतीय सेना के गश्ती क्षेत्र से लगभग 12 किमी दूर नाचो के उत्तर में स्थित है।

नाचो मैकमोहन लाइन के करीब अंतिम प्रशासनिक सर्किल है। यह ऊपरी सुबनसिरी जिला मुख्यालय दार्पोजियों से करीब 120 किमी दूर है, जो कि राज्य की राजधानी ईटानगर से 280 किमी दूर है।

बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन की 1,080 किलोमीटर लंबी सीमा है।.

Rajeev Sharma

Rajeev Sharma, writes on National-International issues, Radicalization, Pakistan-China & Indian Socio- Politics.

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

1 year ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

1 year ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

1 year ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

1 year ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

1 year ago