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रूसी तेल पर PM Modi ने ही दिया था आइडिया, बोले- राष्ट्रहित पहले- दबाव के बदले जवाब

PM Modi Strategy on Russian oil: रूस ने यूक्रेन पर जब हमला बोला तो उसके बाद पश्चिमी देशों ने पुतिन को तोड़ने के लिए कड़े से कड़े प्रतिबंध लगाया। इसी में एक प्रतिबंध यह भी लगा कि रूस से कोई तेल नहीं खरीदेगा। अमेरिका ने साफ सब्दों में चेतावनी दी कि जो भी देश रूस के साथ व्यापार करेगा वो उसे बर्बाद कर देगा। लेकिन, बाद में खुलासा ये होता है कि, अमेरिका और पश्चिमी देश खुद रूस से सत्ते दामों में तेल खरीद रहे हैं। ऐसे में भारत ने राष्ट्र के हित में कदम उठाते हुए रूस से सस्ता तेल खरीदना शुरू कर दिया। जिसके बाद अमेरिका आग बबुला हो उठा। जिसका भारत ने आखों में आखें डाल कर जवाब दिया। इसपर अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर (PM Modi Strategy on Russian oil) ने एक खुलासा करते हुए कहा है कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधे कहा था कि, जो देशहीत में है वो करो, दबाव के बदले जवाब दो। विदेश मंत्री ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi Strategy on Russian oil) तेल की कीमतों में उछाल के बीच बढ़ते दबाव की बिल्कुल परवाह नहीं की और साफ कहा कि भारत को वही करना चाहिए जो राष्ट्र के हित में है। पीएम ने कहा कि अगर दबाव आए तो उसका सामने से मुकाबला करो।

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पीएम मोदी बोले देश हित में जो वही करो
जयशंकर ने गुजरात के वडोदरा में कहा, ‘रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पेट्रोल की कीमतें दोगुनी हो गईं। हम पर दबाव था कि तेल कहां से खरीदें, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और सरकार का कहना था कि हम वही करेंगे जो हमारे देश के हित में है। अगर कहीं से दबाव आता है तो उसका सामना भी करेंगे।’ उन्होंने कहा कि, रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, दोनों से बात की और उनसे कुछ वक्त के लिए युद्ध रोकने को कहा ताकि हम अपने छात्र/छात्राओं को सुरक्षित निकाल सकें। यह ध्यान में रखना बहुत जरूरी है कि रूस और यूक्रेन से भारत लगातार संपर्क में रहा और दोनों को आपसी बातचीत और कूटनीति के जरिए युद्ध खत्म करने की अपील करता रहा है।

52 राजदूतों और उच्चायुक्तों के साथ मिलने पर बोले गर्व की बात
इस दौरान जयशंकर ने गुजरात के लक्ष्मी विलास पैलेस का भी दौरा किया। उन्होंने कहा कि, 52 विदेशी राजनयिकों के साथ राजा रवि वर्मा के पेंटिंग संग्रह को देखने को सुअवसर मिला है। इसकी उन्हें बहुत खुशी है। उन्होंने ट्वीट किया कि, 52 राजदूतों और उच्चायुक्तों के साथ लक्ष्मी विलास पैलेस जाने का सुखद अवसर मिला। मुझे उनके साथ राजा रवि वर्मा पेंटिंग कलेक्शन देखने की विशेष खुशी है।

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विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों और राजदूतों के साथ मीटिंग के बाद कहा, विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले कि, यह गर्व का विषय है कि हम कई देशों के अधिकारियों के साथ यहां आए हैं। चूंकि अभी नवरात्रि का त्योहार चल रहा है, वो अपना दिन इसा आनंद उठाने में बिताएंगे। वो हमारे यहां की तरक्की देखने को उत्सुक हैं।

आईएन ब्यूरो

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