उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां जोरो-शोरों से प्रचार कर रही हैं। कांग्रेस भी पूरे जोर के साथ इस पर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी का टिकट काटने का पूरा कोशिश करेगी। लेकिन इससे पहले ऐसा लगता है कि सोनिया गांधी के बस में अब उनके नेता नहीं रहे। कांग्रेस के नेता अपनी मनमानी पर उतर आए हैं। क्योंकि, उत्तर प्रदेश में टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस के नेता आपस में ही भीड़ गए और राष्ट्रीय सचिव को जमकर पीट दिया।
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनुज सिंह ने साथियों के साथ वीआईपी गेस्ट हाउस में टिकट बांटने को लेकर मीटिंग की। इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण पटेल से गाली-गलौज कर उन्हें पीट दिया। इस पर कांग्रेस की केंद्रीय अनुशासन समिति ने चारों को 6साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया। दरअसल पार्टी के वरिष्ठ नेता और इंदौर शहर से दो बार विधायक रहे सत्यनारायण पटेल प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी के बेहद करीबी माने जाते हैं। ऐसे में उनके साथ गुंडई करने और बदसलूकी करने पर पार्टी ने यह कदम उठाया।
बलरामपुर जिले के कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनुस सिंह, उपाध्यक्ष अख्तर हुसैन खान, जिला महासचिव विनय मिश्रा, जिलाध्यक्ष सेवादल दीपक मिश्रा की ओर से श्रावस्ती जिले के वीआईपी गेस्ट हाउस में शुक्रवार को मध्य प्रदेश के इंदौर से पूर्व विधायक और राष्ट्रीय सचिव सत्यनाराणय पटेल के साथ मारपीट की थी। जिसके बाद शनिवार को अनुशासन समिति की ओर से सबको पार्टी से बाहर निकाल दिया गया।
कंग्रेस जिलाध्यक्ष अनुज सिंह का कहना था कि उन्हें बलरामपुर की तुलसीपुर विधानसभा सीट से टिकट दिया जाए। जिला उपाध्यक्ष अख्तर हुसैन गैंसड़ी विधानसभा सीट से टिकट की डिमांड कर रहे थे। लेकिन कांग्रेस पार्टी के इंटरनल सर्वे में ये दोनों नेता खरे नहीं उतर रहे थे। जिसके बाद तुलसीपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने युवा कांग्रेस के मध्य जोन प्रदेश अध्यक्ष रहे दीपांकर सिंह और गैंसड़ी से डॉ इस्तियाक अहमद पर भरोसा जताते हुए ने अपना प्रत्याशी घोषित किया। इसी घोषणा के बाद ये विवाद बढ़ गया।
इसके चलते जिलाध्यक्ष अनुज सिंह अपनी कमेटी और अन्य साथियों के साथ श्रावस्ती जिले के वीआईपी गेस्ट हाउस पहुंचे और वहां पहले से मौजूद कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण पटेल के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उनके साथ जमकर मारपीट की, जिससे उन्हें कई जगह चोटें आई हैं। इस मामले की पूरी जानकारी पटेल ने राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को दी। जिसके बाद उन्होंने इन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।