चुनावी ऐलान के साथ ही योगी कैबिनेट के हैवीवेट मंत्रियों और विधायकों में मची भगदड़ से ऐसा लगने लगा कि इस बार योगी बाबा का बाजा बज जाएगा। बीजेपी 2017 से पहले की स्थिति में पहुंच जाएगी। पिता मुलायम सिंह यादब को धकेल कर खुद सपाई सिंहासन पर काबिज हुए अखिलेश यादव ने तो यहां तक ऐलान कर दिया कि ये फाइनल चुनाव हैं। सपा 400 सीटें जीतेगी। स्वामी प्रसाद मौर्या जिस तरफ होते हैं जीत उसी की होती है।
यूपी में पल-पल बदलते चुनावी माहौल पर सी वोटर ने ताजा सर्वे किया है। हालांकि इस सर्वे की राय वैसी नहीं है जैसी सपा अध्यक्ष सोच रहे हैं। सर्वे में तो यही सामने आया है कि दलबदलू मौकापरस्त हैं। उन्हें ऐन मौके पर पाला बदलने की सजा दलबदलुओं को वोटर देने जा रहे हैं।
सर्वे में लोगों से सवाल किया गया कि क्या मंत्रियों के इस्तीफे से योगी सरकार के खिलाफ संदेश गया? इसके जवाब में 51फीसदी लोगों ने 'ना' कहा। वहीं, 42फीसदी लोगों ने कहा कि हां सरकार के खिलाफ संदेश जा रहा है। 7फीसदी ने कहा कि वह इसका साफ जवाब नहीं दे सकते हैं।
वहीं सी वोटर ने एक और सवाल लोगों से पूछा कि दलबदलू नेताओं के बारे में उनकी राय क्या है। इसके जवाब में 63फीसदी लोगों ने इन नेताओं को मौकापरस्त बताया तो 21फीसदी ने कहा कि ये उपेक्षित हैं। वहीं, 16फीसदी ने 'पता नहीं' जवाब दिया।
सर्वे में लोगों से यह भी पूछा गया कि क्या बीजेपी छोड़कर आ रहे नेताओं से अखिलेश यादव को फायदा होगा? 48फीसदी लोगों ने कहा कि समाजवादी पार्टी को इस दलबदल से फायदा नहीं होने जा रहा है। वहीं, 36फीसदी लोगों ने कहा कि हां, अखिलेश को फायदा होगा, जबकि 16फीसदी लोगों ने 'पता नहीं' जवाब दिया।