यूपी पंचायत इलेक्शन 2021ः यूपी के पंचायत चुनावों में फिर आई गर्मी, पंचायत प्रत्याशियों के लिए चुनाव चिह्न जारी

<p>
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भले ही उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनावों की प्रक्रिया पर फिल्हाल रोक लगा दी लेकिन चुनाव आयोग अपनी तैयारियां लगातार कर रहा है। इन्हीं तैयारियों के चुनाव आयोग ने विभिनन्न पदों के लिए चुनाव चिह्नों का चयन कर लिया है। लेकिन यह तय कर दिया है। प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न अपने मन से तय करने का अधिकार नहीं होगा। प्रशासन ने सभी पदों के लिए मतपत्र छपवा लिए हैं। उनके लिए चुनाव चिन्ह भी तय कर दिए हैं।</p>
<p>
इस बार प्रधान पद के दावेदारों ने तोप, त्रिशूल, खड़ाऊं जैसे चिन्हों के साथ मैदान में उतरने का फैसला लिया है। वहीं, जिला पंचायत सदस्य के दावेदार आरी, गिलास, कैंची जैसे चिन्ह लेकर मैदान में उतरने वाले हैं। इसके अलावा, बीडीसी सदस्य पद के उम्मीदवारों ने तलवार और शहनाई को अपना चुनाव चिन्ह चुना है।</p>
<p>
इस साल के पंचायत चुनाव में उन्हीं चुनाव चिन्हों का प्रयोग किया जा रहा है, जो 2010में लागू किए गए थे। ग्राम पंचायत प्रधान पद के लिए कुल 48चुनाव चिन्ह निर्धारिक किए गए हैं। वहीं, जिला पंचायत सदस्य पद के लिए उम्मीदवारों के सामने 45चिन्हों का विकल्प होगा। इसी तरह, बीडीसी सदस्य पद के प्रत्याशियों को 36प्रकार के चिन्ह आवंटित किए जाएंगे।</p>
<p>
किसी भी उम्मीदवार के पास खुद से चिन्ह चुनने का ऑप्शन नहीं दिया जाएगा। दावेदारों के नाम के पहले अक्षर से ही निर्वाचन अधिकारी उन्हें चुनाव निशान आवंटित कर देंगे।ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 18तरह के चुनाव निशान निर्धारित किए किए गए हैं। बताया जा रहा है कि ज्यादातर चुनाव चिन्ह ऐसे हैं, जिनका लोग रोज अपनी जिंदगी में इस्तेमाल करते हैं, ताकि लोग इन निशानों से परिचित हों। कई सालों से प्रचलित चिन्ह जैसे इमली, अनाज बोता या काटता किसान, कन्नी, आदि 2021के चुनाव में भी नजर आएंगे। इसके अलावा, गांवों का फेमस तांगा भी चुनाव चिन्ह के रूप में देखा जा सकेगा।</p>
<p>
प्रधान पद के लिए निर्धारित निशानों मेंअनाज ओसाता हुआ किसान, इमली, कार, किताब, कैमरा, कैरम बोर्ड, कोट, खड़ाऊं, गदा, गले का हार, घंटी, चारपाईचूड़ियां, छत का पंखा, टेबल लैंप, टोकरी, डेस्क, ड्रम, तांगा, तोप, त्रिशूल, दरवाजा, धनुष, धान का पेड़, पत्तियां, पहिय, पालकी, पुल, फावड़ा, फुटबॉल, फूल और घास, बल्लेबाज, बस, बांसुरी, बाल्टी, बिजली का खंभा,बिजली का बल्ब, बेंचबैलगाड़ी, भवन, मोटरसाइकिल, मोमबत्ती, भुट्टा, रिंच, लिफाफा, वायुयान और हथौड़ा    हैं।</p>
<p>
इसी तरह बीडीसी सदस्य के दावेदारों के लिए आटा चक्की, ईंट, कड़ाही,कांच का गिलास, कुंआ,केले का पेड़, गुल्ली-डंडा, गेंद और हॉकी, चकला बेलन,चिड़िया का घोसला, जीप, टार्च,टेबिल फैन, टैंक, टोपी,तलवार, दमकल, नारियल, पतंग, पानी का जहाज,प्रेस,फ्रॉक, भगौना, रेल का इंजन,लड़का-लड़की, लेटर बॉक्स, शहनाई, सरौता, सिलाई मशीन, स्टूलस्लेट, हंसिया और हारमोनियम चुनाव चिह्न तय किए गये हैं।</p>
<p>
जिला पंचायत सदस्य के दावेदारों के लिए  केतली,बल्ला, खजूर का पेड़, गमला, गिटार, घुड़सवार, छड़ी, छाता, झोपड़ी, कैंची, क्रेन, टेलीविजन, ट्रैक्टर, ढोलक, तरकस, तराजू, ताला-चाबी, थरमस, नाव, पिस्टल, फावड़ा-बेल्चा, टाइपराइटर, टेलीफोन, मछली, रेडियो, रोड रोलर, आरी, उगता सूरज, कप और प्लेट, कलम और दवात, कुल्हाड़ी, चश्मा, लट्टू, लाउड स्पीकर, वृक्ष, सिर पर कलश लिए स्त्री, सीटी, सैनिक, शेर, सितारा, स्कूटर, हाथ-ठेला, हल, हेलीकाप्टर, फसल काटता किसान,  जैसे निशान आवंटित किए जाएंगे।</p>

आईएन ब्यूरो

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

1 year ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

1 year ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

1 year ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

1 year ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

1 year ago