राष्ट्रीय

बेहद शानदार सुविधाओं से लैस वंदे भारत, जानें बाकी ट्रेनों से कैसे है अलग

Vande Bharat Express: रेल से सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार (Central government) ने देश को एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का तोहफा दिया है। पीएम मोदी ने शुक्रवार को दक्षिण भारत की पहली और देश की 5वीं वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि फुल कैपिसिटी से चलने पर यह ट्रेन चेन्नई से बेंगलुरु सिर्फ छह घंटे में ही पहुंच सकेगी, जिससे लोगों के लिए उनकी यात्रा काफी आसान हो जाएगी और समय भी बच सकेगा। बता दें कि पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत 15 फरवरी, 2019 में हुई थी जोकि नई दिल्ली से वाराणसी वाया कानपुर, प्रयागराज चलाई गई थी। अब चलने वाली वंदे भारत ट्रेन शुरुआत की वंदे भारत ट्रेनों से काफी अलग है। यह ट्रेन एडवांस के साथ-साथ कई अन्य फीचर्स के साथ आती है।

जानिए वंदे भारत ट्रेन के फीचर्स

-वंदे भारत ट्रेन की गति बढ़ाने के लिए उसकी डिजाइन को स्पेशल तौर पर तैयार गया है। ट्रेन का आगे का हिस्सा एरोडायनेमिक डिजाइन का है।

-ट्रेन में कवच तकनीक का भी इस्तेमाल किया गया है। मालूम हो कि यह तकनीक को हाल ही में शुरू किया गया, ताकि दो ट्रेनों की टक्कर को रोका जा सके। यदि ट्रेन पर आगे कोई ट्रेन है तो फिर तकनीक उसे खुद ही टक्कर लगने से पहले अपने आप ही रोक देती है।

-वंदे भारत ट्रेन की ऑपरेशनल स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटे है। बोगियों में अत्याधुनिक सस्पेंशन सिस्टम के साथ पूरी तरह से सस्पेंडेड ट्रैक्शन मोटर्स हैं। यह ट्रेन की रफ्तार को आसान और सुरक्षित बनाता है।

ये भी पढ़े: Indian Railway ने दी अच्छी खबर! इंडिया के 103 रूटों पर दौड़ेंगी Vande Bharat trains

-ट्रेन के प्रत्येक छोर पर एक ड्राइवर का केबिन है, जो टर्मिनेटिंग स्टेशनों पर तेजी से टर्नअराउंड में मदद करता है। सभी कोच में रिक्लाइनिंग सीट्स हैं, जबकि एक्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री की रोटेटिंग सीट्स हैं। वहीं, कोच में 32 इंच की स्क्रीन भी हैं, जो यात्रियों को ऑडियो-विजुअल के जरिए से यात्रा की जानकारी प्रदान करती हैं

-ट्रेनों के वॉशरूम की बात करें तो इसे भी खास तरीके से डिजाइन किया गया है। ट्रेन में वॉशरूम हैं दिव्यांगों के अनुकूल हैं और सीट के हैंडल में ब्रेल में सीट नंबर हैं।

-ट्रेन में कोच के बाहर चार प्लेटफॉर्म साइड कैमरे हैं, जिनमें रियरव्यू कैमरे भी शामिल हैं। एक एडवांस ब्रेकिंग सिस्टम है, जोकि लगभग 30 प्रतिशत बिजली बचाने में मदद करता है।

-ट्रेन के ज्यादातर हिस्से मेड इन इंडिया हैं। ट्रेन में ऑटोमैटिक दरवाजे, फायर सेंसर, सीसीटीवी कैमरे, ऑन-बोर्ड वाई-फाई सुविधाएं, तीन घंटे का बैटरी बैकअप और जीपीएस भी है।

-वंदे भारत एक्सप्रेस के डिब्बे अन्य ट्रेनों की तुलना में हल्के होते हैं, ताकि स्पीड को तेज रखा जा सके। वहीं, विंडोज काफी बड़ी रखी गई हैं और सामान रखने के लिए अधिक स्पेस दिया गया है।

आईएन ब्यूरो

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

1 year ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

1 year ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

1 year ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

1 year ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

1 year ago