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मोदी सरकार के सपनों को पूरा करने के लिए अपनी तरह का पहला उद्योग मंथन का आयोजन किया जा रहा है। इसका उदेश्य है कि कैसे उद्योगों को बेहतर बनाया जाए। ताकि &lsquo;वोकल फार लोकल&rsquo;के मंत्र को मजबूती से उभारा जाए। वेबिनार के जरिए सरकार और उद्योग क्षेत्र के लोग संवाद कर रहे हैं। इसमें 45क्षेत्रों को कवर किया जा रहा है। भारत को आने वाले सालों में कैसे विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में मजबूती से बढ़ाया जाए इस पर ध्यान केंद्रीत है। साथ ही मंथन का उद्देश्य भारतीय उद्योग में गुणवत्ता और उत्पादकता की मानसिकता के जरिए आत्मनिर्भर भारत के लिए पीएम मोदी के दृष्टिकोण को पूरा किया जाए। इस वर्चुअल संवाद की शुरुआत 6जनवरी 2021को किया गया था और जो 2 मार्च तक होगा। इस संवाद के उद्घाटन की अध्यक्षता वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल द्वारा की गई थी।</p>
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यह सहयोगी अभ्यास QCI, NPC, BIS, उद्योग मंडलों, वाणिज्य विभाग और विभिन्न संबंधित मंत्रालयों के साथ मिलकर औद्योगिक नीति एवं संवर्द्धन विभाग (DPIIT) की एक पहल &nbsp;है। बता दें कि उद्योग मंथन के पहले छह हफ्तों के दौरान, विभिन्न विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों पर 29वेबिनार आयोजित किए गए जहां 250से अधिक वक्ताओं और विभिन्न मीडिया प्लेटफार्मों पर 13000से अधिक &nbsp;दर्शकों ने भाग लिया। वेबिनार उच्च मूल्य वाले बड़े उद्योगों जैसे फार्मा, टेक्सटाइल्स और ऑटोमोबाइल्स से लेकर उभरते उप-क्षेत्रों जैसे सीसीटीवी, सेट टॉप बॉक्स आदि तक 45विविध क्षेत्रों को कवर कर रहे हैं।</p>
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वहीं, सोशल मीडिया आउटरीच एफबीबी, लिंक्डइन,&nbsp;ट्विटर,&nbsp;इंस्टाग्राम जैसे विभिन्न प्लेटफार्मों में कुल मिलाकर 4.7मिलियन से अधिक इंप्रेशन के साथ प्रभावशाली रहा है। उद्योग से जुड़े प्रतिभागियों के लिए उद्योग पर वेबिनार वेबबेक्स पर होस्ट किए जा रहे हैं और यूट्यूब, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीम भी किए जा रहे हैं। विभिन्न प्लेटफार्मों में प्रतिभागियों द्वारा भेजे गए कई प्रश्न वेबिनार के दौरान उठाए जाते हैं।</p>
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प्रत्येक वेबिनार में एक पैनल चर्चा होती है जो लगभग 2घंटे तक चलती है और विशिष्ट क्षेत्र में गुणवत्ता और उत्पादकता से संबंधित मुद्दों में गहराई तक पहुंचती है। पैनल विविधतापूर्ण है और इसमें छोटे और बड़े स्तर के उद्योगों, विशेषज्ञों, शिक्षाविदों आदि के वक्ता शामिल हैं। कई हाई-प्रोफाइल इंटरनेशनल स्पीकर्स ने विभिन्न क्षेत्रों के वेबिनार में हिस्सा लिया है और क्वालिटी और प्रोडक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए ग्लोबल बेस्ट प्रैक्टिस पर बहुमूल्य सुझाव दिए है, जिसे भारतीय संदर्भ में ट्रांसप्लांट किया जा सकता है। इस 2महीने के उद्योग मंथन वेबिनार श्रृंखला में आने वाले सभी सुझावों को मार्च, 2021में प्रकाशित होने वाली सिफारिशों के एक क्षेत्रीय संकलन में भारतीय गुणवत्ता परिषद द्वारा समेकित किया जा रहा है और यदि आवश्यक हो तो नीतिगत बदलाव करने पर सरकार द्वारा विचार करने के लिए भेजा जाएगा।</p>
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वक्ताओं और प्रतिभागियों दोनों ने उद्योग मंथन टीम को सूचित किया है कि वे इस तरह के पहले आयोजन का हिस्सा होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हैं, भारतीय उद्योग के सदस्यों को लगता है कि इस तरह के विचार-मंथन सत्र हर 6 महीने में कम से कम एक बार होने चाहिए। फ़र्नीचर, फ़ुटवेयर आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों की बड़ी कंपनियों ने आश्वासन दिया है कि वे गुणवत्ता और उत्पादकता में सुधार के लिए सर्वोत्तम अभ्यासों की नकल करने में छोटे खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करेंगे।</p>
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कई क्षेत्रों के लिए गुणवत्ता नियंत्रण आदेश और तकनीकी नियमों को लाने में सरकार के प्रयासों की व्यापक रूप से सराहना की गई क्योंकि उन्होंने घरेलू बाजार में उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने में उद्योग की मदद की है। छोटे खिलाड़ी विशेष रूप से खुश हैं कि उद्योग स्टालवार्ट्स और उद्योग निकायों और प्रमाणन परिषदों के प्रतिनिधि उनके प्रश्नों का उत्तर दे रहे हैं।&nbsp;</p>
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