Hindi News

indianarrative

Covid-19: नोएडा प्रशासन ने दूसरे दिन मेट्रो स्टेशन पर किया रैंडम सैंपलिंग

Covid-19: नोएडा प्रशासन ने दूसरे दिन मेट्रो स्टेशन पर किया रैंडम सैंपलिंग

दिल्ली-नोएडा के सीमावर्ती इलाकों में रैंडम सैंपलिंग का कार्य नोएडा प्रशासन ने शुरू कर दिया है। गुरुवार को बोटैनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन और अशोक नगर मेट्रो स्टेशन पर कोरोना (Covid-19)  को लेकर रैंडम एंटीजन टेस्ट किये जा रहे हैं। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन दिल्ली से आने वाले लोगों पर विशेष ध्यान रख रही है।

गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना (Covid-19) जांच का अभियान काम बुधवार को शुरू किया गया। गुरुवार को इसका दूसरा दिन है। दरअसल जिले में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिलाधिकारी ने रैंडम सैम्पलिंग करने का एक्शन प्लान तैयार किया। इस अभियान के तहत दिल्ली से आने वाले लोगों की रैंडम सैम्पलिंग की जा रही है।

गौतमबुद्ध नगर सीएमओ डॉ दीपक ओहरी ने बताया, रैंडम सैम्पलिंग की जा रही है, जिसमें पता किया जा रहा है कि कितने लोग संक्रमित है। इससे संक्रमण फैलने से रुकेगा, जनता के लिए एक अच्छा काम किया जा रहा है। लोगों द्वारा इसमें सहयोग भी किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, लोग चाहते हैं जांच हो और हम ये सुविधा उनको दे रहे हैं। बुधवार को भी दो जगह किया गया था और आज मेट्रो स्टेशन पर किया जा रहा है। ये अभियान लगातार चलने वाला है, जब तक हम नोएडा को संक्रमण से कंट्रोल नहीं कर लेते तब तक इस अभियान को चलाया जाएगा।

दरअसल बुधवार को डीएनडी दिल्ली बॉर्डर एवं चिल्ला बॉर्डर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा कोरोना को लेकर रैंडम एंटीजन टेस्ट किए गए। डीएनडी पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 81 लोगों के एंटीजन टेस्ट किए, जिसमें एक व्यक्ति पॉजिटिव पाया गया।

इसी प्रकार चिल्ला बॉर्डर पर 84 व्यक्तियों की रैंडम चेकिंग की गई जिसमें दो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिले। 17 नवंबर को जिलाधिकारी सुहास एल वाई के द्वारा स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कोरोना को लेकर ऑनलाइन बैठक की गई जिसमें तय किया गया कि दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मरीजों को ध्यान में रखते हुए दिल्ली से आने वाले यात्रियों की रैंडम चेकिंग की जाएगी।

जिलाधिकारी ने बैठक में कहा था कि, जहां जहां पर कोरोना के संक्रमित व्यक्ति मिल रहे हैं उनके कांटेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। कोरोना संक्रमित व्यक्तियों का सभी सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल के अनुरूप सरकार की मंशा के अनुसार इलाज संभव कराने के उद्देश्य से प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा निरंतर स्तर पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।.