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मसालों के बादशाह महाशय धर्मपाल गुलाटी का निधन

मसालों के बादशाह महाशय धर्मपाल गुलाटी का निधन

एमडीएच के मालिक और सीईओ <a href="https://en.wikipedia.org/wiki/Mahashay_Dharampal_Gulati"><strong>महाशय धर्मपाल गुलाटी</strong></a> का गुरुवार सुबह दिल्ली में निधन हो गया। 98 वर्षीय गुलाटी पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और दिल्ली के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। खबरों के मुताबिक गुरुवार सुबह 5.30 मिनट पर दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ। महाशय के निधन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई राजनीतिक हस्तियों ने दुख जताया है।
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<p dir="ltr" lang="en">Dharm Pal ji was very inspiring personality. He dedicated his life for the society. God bless his soul. <a href="https://t.co/gORaAi3nD9">https://t.co/gORaAi3nD9</a></p>
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) <a href="https://twitter.com/ArvindKejriwal/status/1334333173946171392?ref_src=twsrc%5Etfw">December 3, 2020</a></blockquote>
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मसालों के बादशाह के नाम से मशहूर महाशय धर्मपाल सियालकोट (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। वहां से उनका परिवार भारत आ गया था। एमडीएच कंपनी की स्थापना महाशय धर्मपाल गुलाटी के पिता महाशय चुन्नी लाल गुलाटी ने की थी। 2019 में महाशय धर्मपाल गुलाटी को भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

महाशय धर्मपाल गुलाटी अपनी कमाई का 90 प्रतिशत चैरिटी में दान कर दिया करते थे। महाशय चुन्नी लाल चैरिटेबल ट्रस्ट के तहत 250 बेड का एक अस्पताल भी चलाया जाता है। जो झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराता है। ट्रस्ट की ओर से दिल्ली में चार स्कूल भी संचालित किए जाते हैं।.