भारतीय रेवले को लेकर इन दिनों खुब बदलाव किए जा रहे हैं ताकि आम जनता की यात्रा सुविधाजनक हो सके। कई रेलवे स्टेशनों को हाईटेक बनाया जा रहा है तो कही जगहों की पटरियों पर तेज दौड़ने वाली रेले को लिए काम चल रहा है। बुलिटे ट्रेन भी बहुत जल्द मिलने वाली है। इसके साथ ही सफर के दौरान अन्य सुविधाओं को लेकर भी भारतीय रेलवे की ओर से कई सारे बदलाव किए जा रहे हैं, जिसके फायदा सीधा जनता को होगा। अब रेलवे कुछ खास लोगों को किराए में छूट देने की तैयारी कर रही है।
दरअसल, रेल किराए में वरिष्ठ नागरिकों को दोबारा छूट देने की तैयारी कर रही है। संसद की एक स्थायी समिति ने ट्रेन के एसी-3और स्लीपर श्रेणी के किराए में वरिष्ठ नागरिकों को रियायत देने पर विचार करने का सुझाव दिया है। समिति ने कहा कि लगभग ढाई साल पहले कोविड महामारी के दौरान वरिष्ठ नागरिकों की विभिन्न श्रेणियों में खत्म की गई रियायतों की पुन: समीक्षा की जानी चाहिए। रेल संबंधी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष राधा मोहन सिंह ने हाल में संसद में पेश रिपोर्ट में यह उल्लेख किया है। समिति ने कहा, रेलवे ने महामारी और कोविड प्रोटोकॉल के मद्देनजर वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न श्रेणी में दी जाने वाली रियायत बंद कर दी थी। इसमें 58वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को रेल किराये में 50फीसदी और 60वर्ष से ज्यादा उम्र के पुरुषों को 40फीसदी रियायत दी जाती थी।
समिति ने कहा कि रेलवे अब सामन्य स्थिति की ओर आगे बढ़ रही है, इसलिए उन्हें विभिन्न श्रेणियों में दी जाने वाली रियायतों पर विवेकपूर्ण विचार करना चाहिए। समिति चाहती है कि कोविड से पूर्व वरिष्ठ नागरिकों को दी जा रही रियायत की समीक्षा की जाए और कम से कम स्लीपर, एसी-3 में तत्काल रियायत देने पर विचार किया जाए। रेलवे कोरोना महामारी से पूर्व में 54 श्रेणियों में रियायत देती थी। वहीं, रेल मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि, दिव्यांग की चार श्रेणी, रोगियों व छात्रों सहित कुल 11 श्रेणी में रेल में रियायत शरू की गई है, लेकिन वरिष्ठ नागरिकों को फिलाहल छूट देने का विचार नहीं है।