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चीनी मीडिया है या कोई ट्रोल? भारतियों ने कुछ इस तरह दिया गीदड़ भभकी का जवाब

चीन का एक अख़बार है ग्लोबल टाइम्स, जो खबरों के लिए कम, बेसिरपैर के ट्वीट के लिए ज्यादा चर्चा में रहता है। निष्पक्षता इतनी कि ट्विटर ने उसे सरकार का मुखपत्र ही घोषित कर दिया।

भारत-चीन के बीच शुरू हुए तनाव के बाद से ग्लोबल टाइम्स का ट्विटर आये दिन ऐसे ट्वीट करता है कि अपने साथ-साथ चीन का भी मखौल उड़वा देता है।

इस ट्वीट को ही लीजिए, जिसमें चीनी सरकार का मुखपत्र भारत को अपनी जीडीपी और रक्षा बजट का हवाला देकर धमकाने की कोशिश कर रहा है।
<blockquote class="twitter-tweet">
<p dir="ltr" lang="en"><a href="https://twitter.com/hashtag/%E7%8E%AF%E7%90%83%E6%97%B6%E6%8A%A5Editorial?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#环球时报Editorial</a>: Facts have proven Indian nationalist forces yield to coercion, but not to persuasion. They very much need another lesson in failure before believing China's commitment to long-term border peace is not weakness. <a href="https://t.co/O0EkXVj1hy">https://t.co/O0EkXVj1hy</a> <a href="https://t.co/RiSyVyriZX">pic.twitter.com/RiSyVyriZX</a></p>
— Global Times (@globaltimesnews) <a href="https://twitter.com/globaltimesnews/status/1304080812392902658?ref_src=twsrc%5Etfw">September 10, 2020</a></blockquote>
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इस ट्वीट के जवाब में कई भारतियों ने अख़बार को जवाब ही नहीं दिया, बल्कि आईना भी दिखा दिया।
<blockquote class="twitter-tweet">
<p dir="ltr" lang="en">Cut the crap. What is needed now is food for the Chinese. If you play some other game then your ppl will die of hunger. Save the Chinese. Step away or you will face such a disastrous defeat that for hundreds of years you guys will shit if you see an Indian. <a href="https://t.co/1E6cjEeyol">https://t.co/1E6cjEeyol</a></p>
— Sandeep Singh (@Captsandeep2) <a href="https://twitter.com/Captsandeep2/status/1304296827047481344?ref_src=twsrc%5Etfw">September 11, 2020</a></blockquote>
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चीन की सेना की तरह ही चीन का मीडिया भी 1962 में ही अटका है। चीनी मीडिया के बयानों को देखकर दो बातें साफ़ हैं कि भारत की बदली रक्षा नीति ने चीन को बड़ा झटका दिया। इसका अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि चीन जो कि ज़्यादातर मामलों पर चुप्पी साधे रहता है, आजकल अपनी मीडिया के ज़रिए नित नए -नए बयान जारी करवा रहा है। ये बौखलाहट नहीं तो क्या।
जैसे ही इस बार भारतीय सेना ने पीएलए के घुसपैठ के प्रयास विफल किए और आगे बढ़कर सामरिक रूप से महत्वपूर्ण चोटियों पर भी कब्ज़ा कर लिया।

इसके बाद मीडिया कम टिक-टॉक ज्यादा लगने वाले इस अख़बार ने भारत को धमकी देनी शुरू कीं, जिसका भारतियों ने सिर्फ मजाक ही नहीं उड़ाया, करारा जवाब भी दिया।

<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Looks like Global Times reverse-engineered the script of some of our own 'news' channels. <a href="https://t.co/rkBXijDNZz">pic.twitter.com/rkBXijDNZz</a></p>— Vishnu Som (@VishnuNDTV) <a href="https://twitter.com/VishnuNDTV/status/1303215438348779521?ref_src=twsrc%5Etfw">September 8, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>

<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">???? great comedy news GT <a href="https://t.co/YWS0iBKQMg">pic.twitter.com/YWS0iBKQMg</a></p>— Arun Goswami (@ArunGoswami9090) <a href="https://twitter.com/ArunGoswami9090/status/1303214562682875904?ref_src=twsrc%5Etfw">September 8, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>

चीन में मीडिया की भूमिका और निष्पक्षता की बात करना सही नहीं है। उस देश में ऐसा बहुत कुछ होता रहता है जो कभी मीडिया द्वारा रिपोर्ट नहीं किया जाता। वुहान में जन्में कोरोना वायरस से जुड़ी खबरें कवर करने वाले ज़्यादातर पत्रकार और नागरिक गायब हो गए।

डिज्नी द्वारा निर्मित फिल्म 'मुलान' का चीन ने पूरी तरह बहिष्कार का फैसला किया है। उईगर मुसलमानों के साथ हो रही ज्यादती का चीनी मीडिया में ज़िक्र न के बराबर है, यह तब है जब उईगर मुसलमानों का अस्तित्व खतरे में है। अपने ही देश के नागरिकों के साथ जानवरों जैसा व्यवहार करने वाला चीन जब अन्य देशों को उपदेश देता है तब सिर्फ हंसी आती है।

लाखों उईगर मुसलमानों का भविष्य दांव पर लगाने वाले चीन में मीडिया की स्वतंत्रता तो है ही नहीं, अन्य देशों के पत्रकारों को भी रिपोर्ट करने से रोका जा रहा है।

ऐसे देश में जहाँ अभिव्यक्ति की आज़ादी देश पर शासन करने वाली राजनैतिक पार्टी तय करती हो, वहाँ मीडिया का स्वरुप ग्लोबल टाइम्स जैसा ही होगा।

ग्लोबल टाइम्स को खबरों की जगह टिक-टॉक विडियो की स्क्रिप्ट लिखनी चाहिए, वह ज्यादा वायरल होगी।.

Rajeev Sharma

Rajeev Sharma, writes on National-International issues, Radicalization, Pakistan-China & Indian Socio- Politics.

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