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India-Israel Joint Venture चीन और पाकिस्तान का काल KRAS, Indian Navy के एक ही वार से कराची और साउथ चाईना सी हो जाएगा तबाह!

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फ्रांस के राफेल जेट, इसराइल के स्पाइस2000 और स्पाइस250 के बाद अब पाकिस्तान और चीन का काल बन कर भारत में एक और मिसाइल आने वाली है। ये मिसाइल 300 किलोमीटर के दायरे में चीन और पाकिस्तान की सेना को ध्वस्त कर सकती है। इस मिसाइल तो जमीन और समुद्र दोनों से फायर किया जा सकता है। जल्दी ही इस मिसाइल का प्रोडक्शन इंडिया में भी शुरू होने वाला है। इसराइल ने इस सी ब्रेकर मिसाइल को हाल ही में दुनिया के सामने पेश किया है। इसराइल से भारत को मिल रहे इन घातक हथियारों की वजह से चीन और पाकिस्तान दोनों में खलबली मची हुई है। क्यों की इंडिया की तीनों सशस्त्र सेनाओं के पास अब ऐसे हथियार हैं जिनका चीन और पाकिस्तान के पास कोई जवाब नहीं है। जंग के हालात में जहां-जहां ये हथियार तैनात होंगे वहां-वहां भारत की फतह सौ फीसदी तय है। इसीलिए चीन और पाकिस्तान दोनों में चर्चा आम हो गई है कि इंडिया अक्साई चिन और पीओके वापस छीन सकता है।</p>
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यह मिसाइल समुद्र और जमीन दोनों ही जगहों पर काफी नीचे उड़ान भरती है। ऐसे में समुद्र या जमीन पर मौजूद दुश्मन के रडार इस मिसाइल के आहट को पहचान नहीं पाते हैं। जब मिसाइल दुश्मनों के बिलकुल नजदीक पहुंच जाती है जो उन्हें रिएक्ट करने का समय भी नहीं देती है। ऐसे में इस मिसाइल से दुश्मन का बचना लगभग नामुमकिन हो जाता है। इस मिसाइल की खास बात यह भी है कि आखिरी समय में भी अगर दुश्मन के ठिकाने को बदलना करना पड़े को इसकी एआई टेक्नोलॉजी दिशा बदलकर दुश्मन को मार गिराती है।</p>
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सी ब्रेकर पांचवी पीढ़ी की लंबी दूरी तक मार करने वाली, ऑटोनोमस प्रिसिजन गाइडेड मिसाइल सिस्टम है। यह मिसाइल इंडियन नेवी और आर्टिलरी की क्षमता को कई गुना बढ़ा देगी। इसे जमीन पर स्थित किसी भी सैन्य ठिकाने से या फिर किसी युद्धपोत से फायर किया जा सकता है।</p>
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इसराइलकी यह कंपनी भारत में कल्याणी ग्रुप के साथ ज्वाइंट वेंचर चलाती है। इसे कल्याणी राफेल एडवांस्ड सिस्टम्स (KRAS) के नाम से जाना जाता है। कल्याणी ग्रुप अकेले में भारत फोर्ज के नाम से अपनी डिफेंस और एयरोस्पेस कंपनी को चलाती है। राफेल एडवांस्ड और कल्याणी साथ मिलकर भारतीय सशस्त्र बलों के लिए कई तरह के हथियारों और गाड़ियों पर काम कर रहे हैं।</p>
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सी ब्रेकर मिसाइल इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स, कंप्यूटर विजन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और निर्णय लेने वाले एल्गोरिदम से लैस है। ऐसे में अगर आखिरी समय में भी मिसाइल को अपना लक्ष्य बदलना पड़े तो इसे कोई परेशानी नहीं होगी। यह मिसाइल प्रिसिजन गाइडेड होने के कारण काफी सटीकता से लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। इसमें एक उन्नत आईआईआर (इमेजिंग इन्फ्रा-रेड) सीकर लगा हुआ है, जो जमीन या समुद्र में स्थिर या गतिमान लक्ष्य को पिन पॉइंट एक्यूरेसी से हिट कर सकता है।</p>
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सी ब्रेकर मिसाइल को नौसेना के कई प्लेटफॉर्म से लॉन्च किया जा सकता है। इसमें फॉस्ट अटैक मिसाइल बोट, कोरवेट और फ्रिगेट भी शामिल हैं। समुद्री किनारों की रक्षा के लिए स्पाइडर लॉन्चर्स में इस मिसाइल को फिट किया जा सकता है। यह मिसाइल सभी प्रकार के मौसम में फायर की जा सकती है।</p>

Rajeev Sharma

Rajeev Sharma, writes on National-International issues, Radicalization, Pakistan-China & Indian Socio- Politics.

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