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एयरोस्पेस साइंटिस्ट रोडम नरसिम्हा का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक

<strong>पद्म विभूषण एयरोस्पेस साइंटिस्ट रोडम नरसिम्हा</strong> का सोमवार रात बेंगलुरु के रमैया मेमोरियल अस्पताल में निधन हो गया। आतंरिक सेरेब्रल रक्तस्त्राव के चलते एक हफ्ते पहले उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह 87 वर्ष के थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी सहित एक बेटी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरोस्पेस साइंटिस्ट रोडम नरसिम्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। अंतरिक्ष वैज्ञानिक नरसिम्हा ने एयरोस्पेस के क्षेत्र में विशेष योगदान दिया है।

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उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, "श्री रोडम नरसिम्हा ने ज्ञान और खोज की भारतीय परंपरा का बेहतरी से पालन किया है। वह एक असाधारण वैज्ञानिक थे, जो भारत के विकास के लिए नवाचारों और विज्ञान की शक्ति का लाभ उठाने के बारे में जुनूनी रहे थे। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम शांति।"
<blockquote class="twitter-tweet">
<p dir="ltr" lang="en">Shri Roddam Narasimha personified the best of India’s tradition of knowledge and enquiry. He was an outstanding scientist, passionate about leveraging the power of science and innovation for India’s progress. Pained by his demise. Condolences to his family and friends. Om Shanti.</p>
— Narendra Modi (@narendramodi) <a href="https://twitter.com/narendramodi/status/1338699146199400449?ref_src=twsrc%5Etfw">December 15, 2020</a></blockquote>
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नरसिम्हा को साल 2013 में विज्ञान और तकनीकि के क्षेत्र में उनके अपार योगदान के लिए देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान <strong>पद्म विभूषण</strong> से सम्मानित किया गया था।वह भारतीय अंतरिक्ष आयोग के भी सदस्य थे और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अंतरिक्ष कार्यक्रमों के साथ निकटता से जुड़े थे।

साल 1962 से 1999 तक नरसिम्हा शहर के द इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के प्रोफेसर रह चुके हैं और वह 1984 से 1993 तक भारतीय वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (ICSIR) के राज्य सरकार द्वारा संचालित नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज (NAL) के निदेशक भी रहे हैं।.

पंकज श्रीवास्तव

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