अगले कुछ घंटे बेहद जरुरी है, क्योंकि भयंकर सौर तूफान धरती की तरफ तेजी से बढ़ रहा हैं, जो कभी भी पृथ्वी से टकरा जाता हैं। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि भयंकर सौर तूफान के धरती से टकराने से बिजली ग्रिड ठप हो सकते हैं। इसके साथ ही मोबाइल सिग्नल और जीपीएस पर भी असर पड़ सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि अंतरिक्ष से आने वाली नॉर्दन लाइट्स को अमेरिका और यूके में भी देखा जा सकेगा।
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अमेरिकी नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन ने अलर्ट जारी कर कहा है कि जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म से पृथ्वी के कई हिस्सों में बिजली गिर सकती है और कई जगहों पर मजबूत चुंबकीय बल हो सकता है। इससे पावर ग्रिड को भी नुकसान हो सकता है। यूएस स्पेस वेदर प्रिडिक्शन सेंटर के मुताबकि, ये जी2 श्रेणी का तूफान है, ये कई उपग्रहों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। चलिए अब आपको बताते हैं कि सोलर स्टॉर्म क्या है।
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धरती की मैग्नेटिक सतह हमारी मैग्नेटिक फील्ड द्वारा तैयार की गई है और यह सूरज से निकलने वाली खतरनाक किरणों से हमारी रक्षा करता है। जब भी कोई तेज रफ्तार किरण धरती की तरफ आती है तो यह मैग्नेटिक सतह से टकराती है। अगर यह सोलर मैग्नेटिक फील्ड दक्षिणवर्ती है तो पृथ्वी के विपरीत दिशा वाली मैग्नेटिक फील्ड से मिलती है। तब धरती की मैग्नेटिक फील्ड खुल जाती है और सौर्य हवाओं के कण ध्रुवों तक जाते हैं। इससे धरती की सतह पर चुंबकीय तूफान उठता है और धरती की मैग्नेटिक फील्ड में तेज गिरावट आती है। यह करीब 6 से 12 घंटों तक बरकरार रहती है। इसके कुछ दिनों के बाद मैग्नेटिक फील्ड खुद से ठीक होने लगती है।