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न्यूजीलैण्ड टीम का दौरा रद्द होने से बौखलाया पाकिस्तान- कभी अमेरिका तो कभी भारत को ठहरा रहा जिम्मेदार

न्यूजीलैण्ड टीम का दौरा रद्द होने से बौखलाया पाकिस्तान

न्यूजीलैंड और इंग्लैंड की क्रिकेट टीम का दौरा रद्द होने के बाद से पाकिस्तान इसे पचा नहीं पा रहा है। पाकिस्तान के क्रिकेटर से लेकर मंत्री तक इसे लेकर अनाप-सनाप बोल रहे हैं। आतंकियों को पनाह देने वालें पाकिस्तान की जब-जब अंतरराष्ट्रीट स्तर पर बेइजज्ती होती है तो वो भारत के ऊपर दोष मढ़ने लगता है। अब न्यूजीलैंड-इंग्लैंट दौरा रद्द होने के बाद फिर से पाकिस्तान वही राग अलापने लगा है।

अब पाकिस्तान के आईटी मंत्री फवाद चौधरी का कहना है कि, जि डिवाइस का इस्तेमाल न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम को धमकी देने के लिए किया गया था, वह भारत से संबंधित है। अब जब पाकिस्तान अपने देश में सुरक्षा पुख्ता नहीं कर पा रहा तो इसका भी दोष वो भारत पर मढ़ रहा है। अपने एक बयान में फवाद चौधरी ने गृह मंत्री शेख राशीद अहमद के साथ इस्लामाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, पूरा मामला उस वक्त शुरू हुआ जब किसी ने एक फर्जी पोस्ट में खुद को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का आतंकी एहसानुल्लाह एहसान बताया। इसके आगे उन्होंने कहा कि, अगस्त में की गई इस फर्जी पोस्ट में कहा गया कि न्यूजीलैंड के क्रिकेट बोर्ड और सरकार को अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से बचना चाहिए क्योंकि इन्हें यहां 'निशाना' बनाया जाएगा।

पाकिस्तान मंत्री फवाद का यहां तक कहना है कि, न्यूजीलैंड के ओपनर मार्टिन गाप्टिल की पत्नी को 24 अगस्त को एक धमकी भरा ईमेल आया था। 'तहरीक-ए-लब्बैक' नाम के यूजरनेम वाले इस मेल में उनके पति को धमकी दी गई थी। इसके आगे उन्होंने कहा कि, जब हमने जांच की तो हमें कुछ तथ्य मिले, पहला ये कि ईमेल किसी सोशल मीडिया नेटवर्क से जुड़ा नहीं है और इस अकाउंट से केवल एक ई-मेल रजिस्टर है। इसके आगे उन्होंने कहा कि, उनके पास ज्यादा जानकारी नहीं है और इसके लिए उन्होंने इंटरपोल से मदद मांगी है।

इसके आगे फवाद चौधरी का कहना है कि एक और धमकी भरा ईमेल हमजा फ्रीदी नाम से न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम को भेजा गया है। जिसकी अधिकारियों ने जांच की तो पता चला कि इसे एक ऐसे डिवाइस से भेजा गया है, जिसका भारत से संबंध है। पाकिस्तन के क्रिकेटर और मंत्री इस वक्त कुछ भी बोल रहे हैं। उनके जमीन पर अब जब इंटरनेशनल टीमों में खेलने से मना करना शुरू कर दिया तो अपने देश में सुरक्षा पुख्ता करने के बजाया कुछ भी बोल रहे हैं।