राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह का दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। वह इलाज के लिए यहाँ भर्ती थे। तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उनका निधन हो गया।
प्रधानमंत्री मोदी में उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर शोक जताया। उन्होंने रघुवंश प्रसाद को जमीन से जुड़ा और गरीबी को समझने वाला व्यक्ति बताया। कहा कि बिहार के लिए संघर्ष में पूरा समय बिताने वाले रघुवंश बाबू के जाने से बिहार और देश की राजनीति में शून्य पैदा हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एम्स में भर्ती होने के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे आखिरी पत्र की बातें को पूरा करने पर भी जोर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर विकास के कार्यों की सूची भी दी थी। बिहार के लोगों और बिहार की चिंता चिट्ठी में थी। मैं नीतीश कुमार से आग्रह करता हूं कि अपनी आखिरी चिट्ठी मे उन्होंने जो भावनाएं प्रकट कीं, उसे परिपूर्ण करने के लिए आप और हम मिलकर पूरा प्रयास करें।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Dedicating to the nation key projects relating to the petroleum sector in Bihar. <a href="https://twitter.com/hashtag/UjjwalBihar?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#UjjwalBihar</a> <a href="https://t.co/bCD3c9syJ6">https://t.co/bCD3c9syJ6</a></p>— Narendra Modi (@narendramodi) <a href="https://twitter.com/narendramodi/status/1305039440406917120?ref_src=twsrc%5Etfw">September 13, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान उनसे अपने संपर्क को भी याद किया। कहा कि भाजपा संगठन में काम करने के दौरान उनसे नजदीक का परिचय रहा। जब वह केंद्रीय मंत्री थे तो मैं गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर संपर्क में था।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="hi" dir="ltr">श्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन का समाचार दुखद है। जमीन‌ से जुड़े व ग्रामीण भारत की असाधारण समझ रखने वाले रघुवंश बाबू का कद बहुत ऊंचा था। अपने संतों जैसे सादा जीवन से उन्होंने सार्वजनिक जीवन को विशेष गरिमा प्रदान की। उनके परिवार, समर्थकों व प्रशंसकों को मेरी शोक-संवेदनाएं!</p>— President of India (@rashtrapatibhvn) <a href="https://twitter.com/rashtrapatibhvn/status/1305051178254790656?ref_src=twsrc%5Etfw">September 13, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
रघुवंश की चिट्ठी में क्या थीं मांगें?
रघुवंश प्रसाद सिंह ने बीते दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर बिहार को लेकर कई मांगें कीं थीं। मसलन, 15 अगस्त को मुख्यमंत्री पटना में और राज्यपाल विश्व के प्रथम गणतंत्र वैशाली में राष्ट्रध्वज फहराएं। इसी प्रकार 26 जनवरी को राज्यपाल पटना में और मुख्यमंत्री वैशाली गढ़ के मैदान में राष्ट्रध्वज फहराएं। उन्होंने मुख्यमंत्री को 26 जनवरी, 2021 को वैशाली में राष्ट्रध्वज फहराने की मांग की थी।
रघुवंश ने सीएम नीतीश कुमार को लिखी चिट्ठी में एक और मांग करते हुए कहा था, मनरेगा कानून में सरकारी और एससी-एसटी की जमीन में काम का प्रबंध है, उस खंड में आम किसानों की जमीन में भी काम होगा, जोड़ दिया जाए। इस आशय का अध्यादेश तुरंत लागू कर आने वाले आचार संहिता से बचा जाए।
रघुवंश प्रसाद ने भगवान बुद्ध के पवित्र भिक्षापात्र को अफगानिस्तान के काबुल से वैशाली लाने की भी मांग की थी। वहीं उन्होंने वैशाली के सभी तालाबों को जल-जीवन-हरियाली अभियान से जोड़ने का आग्रह किया था। गांधी सेतु पर गेट बनाने और उसपर 'विश्व का पहला गणतंत्र वैशाली' लिखने का आग्रह किया था।
वो बिहार के एक बड़े नेता माने जाते थे। हाल ही में उन्होंने राजद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने एम्स से ही अपना इस्तीफा लालू प्रसाद को लिखा था। हालांकि लालू प्रसाद ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था। और कहा था कि वो कहीं नहीं जा रहे।
इसके बाद उन्होंने नीतीश कुमार को भी पत्र लिखा था। लालू प्रसाद यादव ने उनके निधन पर दुःख जताते हुए लिखा कि आप बहुत दूर चले गए. हाल ही में सिंह ने लालू प्रसाद यादव को चिट्ठी लिखकर पार्टी से अपने इस्तीफे की सूचना दी थी।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="hi" dir="ltr">प्रिय रघुवंश बाबू! ये आपने क्या किया?<br><br>मैनें परसों ही आपसे कहा था आप कहीं नहीं जा रहे है। लेकिन आप इतनी दूर चले गए।<br><br>नि:शब्द हूँ। दुःखी हूँ। बहुत याद आएँगे।</p>— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) <a href="https://twitter.com/laluprasadrjd/status/1305034986718785537?ref_src=twsrc%5Etfw">September 13, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
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