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संयुक्त राष्ट्र की संस्था ICAO ने पाकिस्तान को पायलटों के लाइसेंस देने से रोका  

संयुक्त राष्ट्र की संस्था ICAO ने पाकिस्तान को पायलटों के लाइसेंस देने से रोका  

कई एयरलाइन पायलटों को फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने के मामले की पाकिस्तान में जांच शुरू होने के बाद अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) ने पाकिस्तान को कोई भी नया पायलट लाइसेंस जारी नहीं करने के लिये कहा है। अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) ने पाकिस्तान को सलाह दी है कि वह इस मामले में "तत्काल सुधारात्मक कार्रवाइयों" को अंजाम दे और कोई भी नया पायलट लाइसेंस जारी करना बंद करें।

संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी आईसीएओ की सिफारिशें अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन में सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम करती हैं। कथित तौर पर पायलट लाइसेंस के लिए फर्जी दस्तावेजों को हासिल करने में मदद के मामले में पाकिस्तान के 50 पायलटों और पांच नागरिक उड्डयन अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक जांच शुरू करने के कुछ दिनों बाद आईसीएओ का यह निर्देश आया है। 50 पायलटों के लाइसेंस रद्द करने के अलावा पाकिस्तान ने और 32 पायलटों को एक साल के लिए निलंबित कर दिया है।

आईसीएओ ने पिछले हफ्ते पाकिस्तान सिविल एविएशन अथॉरिटी (PCAA) को भेजे एक पत्र में पाकिस्तान को अपनी पायलट लाइसेंस प्रणाली में सुधार करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि नए लाइसेंस जारी होने से पहले सभी आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन  किया जाये। पाकिस्तानी विमानन मंत्रालय इस घोटाले के मद्देनजर जुलाई से देश में कोई नया पायलट लाइसेंस जारी नहीं किया है।

जुलाई में सामने आई एक रिपोर्ट में दावा किया था कि पाकिस्तानी पायलटों द्वारा नागरिक उड्डयन नियामक से लाइसेंस हासिल करने में धोखाधड़ी की गई। गलत उड़ान तरीकों, दोषपूर्ण सुरक्षा प्रबंधन प्रणालियों और नियमों की ढील के कारण एयरलाइंसों द्वारा लगातार हवाई सुरक्षा से समझौता किया गया है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन और केवल एकमात्र अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालित करने वाली पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) हवाई सुरक्षा से जुड़ी अधिकांश शिकायतों के केंद्र में थी और वह ऐसे सभी आरोपों को खारिज करती है।

जबकि देश के विमानन मंत्री ने पहले की इस बात को मान लिया है कि सभी लाइसेंस प्राप्त पाकिस्तानी पायलटों में से लगभग एक-तिहाई ने धोखे से अपना प्रमाणपत्र प्राप्त कर लिया था। मई में दक्षिणी शहर कराची में पीआईए के एक यात्री जेट के दुर्घटनाग्रस्त होने के हफ्तों बाद उनकी टिप्पणी सामने आई थी। इस दुर्घटना में 98 लोगों की मौत हो गई थी।

पाकिस्तान में विमानों की उड़ान सुरक्षा का रिकॉर्ड बहुत खराब रहा है। पिछले 10 वर्षों में पांच महत्वपूर्ण वाणिज्यिक या चार्टर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए, जिसमें 445 लोगों की मौत हुई है।आधिकारिक रिपोर्टों और पायलटों की गवाही के अनुसार इसी अवधि में उड़ान के बीच में इंजन बंद होने या टेकऑफ़/लैंडिंग गियर के जाम होने, रनवे को पार करने और जमीन पर भी विमानों के टकराने सहित कई अन्य गैर-घातक सुरक्षा विफलता की घटनाएं हुई हैं।

ICAO के अनुसार 2019 में पाकिस्तान के विमानन उद्योग ने प्रति मिलियन उड़ानों पर 14.88 दुर्घटनाएं दर्ज कीं, जो कि वैश्विक औसत 3.02 से कहीं ज्यादा है। मॉन्ट्रियल स्थित एजेंसी ICAO देशों की विमानन सुरक्षा प्रबंधन प्रणालियों का आकलन करने के लिए आईसीएओ ऑडिट भी करती है। ICAO ने कहा कि पाकिस्तान को उसकी खामियों को दूर करने में मदद की जा रही है, और यदि वह उन पर तोज कार्रवाई नहीं करता है तो हम इसके बारे में अन्य देशों को सूचित करेंगे। पायलट घोटाले ने पाकिस्तान के उड्डयन उद्योग को प्रभावित किया है और पीआईए को चोट पहुंचाई है। उसे यूरोप और अमेरिका में उड़ान भरने से रोक दिया गया है।.