-संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से -दूषित सतहों को छूने या उनके संपर्क में आने से -दूषित रुमाल या तौलिये का इस्तेमाल करने से -दूषित पानी में तैरने से
-आंखों का लाल होना -आंखों में दर्द, जलन और चुभन होना -लाइट से परेशानी होना, पीला पानी आना -आंखों में कीचड़ आना -पलकों का लाल होना सूजन होना
-हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं -आंखों को छूने या रगड़ने से बचें -दूषित पानी में स्विमिंग न करें -बचाव के लिए चश्मा पहनें
-डॉक्टर की सलाह पर आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें -आंखों को साफ करने के लिए कॉटन और ठंडे पानी का इस्तेमाल करें -आंखों को धोने के लिए माइल्ड साबुन का इस्तेमाल करें -आई ड्रॉप डालने से पहले हाथों को अच्छी तरह धो लें -आंखों को रगड़े नहीं, इससे लक्षण बिगड़ सकते हैं