इन तरीकों से पता करें नकली और असली शराब में फर्क  

असली शराब बनाने के लिए जिस केमिकल का इस्तेमाल होता है, उसे एथेनॉल कहा जाता है

जबकि नकली शराब बनाने के लिए एथेनॉल की जगह स्प्रिट, मिथाइल अल्कोहल, इथाइल अल्कोहल, यूरिया, ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन जैसे कई केमिकल्स का प्रयोग किया जाता है

नकली शराब बनाने वाले इतने ज्यादा हाईटेक हो गए हैं कि वो लोग नकली शराब का रंग, उसका स्वाद और उसकी गंध को ऐसे तैयार करते हैं जैसे एक दम असली शराब हो

आधिकारिक दुकान से शराब खरीदने पर नकली शराब मिलने का चांस बेहद कम होता है इसके साथ ही नकली शराब को आप उसकी पैकेजिंग से भी पहचान सकते हैं

नकली शराब की पैकेजिंग बेहज घटिया होगी और उसके नाम की स्पेलिंग में भी गोलमाल होगा  इसके साथ ही नकली शराब की बोतलों की सील कई बार टूटी हुई होती है

अगर आपने नकली शराब गलती से पी ली तो आपके शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं कई बार तो स्थिति इतनी भयावह हो जाती है कि इंसान की मौत तक हो जाती है

जहरीली शराब पी ली तो आपके शरीर में भ्रम की स्थिति, उल्टी, दौरे, कमजोरी, असंतुलित सांसें, स्किन पर नीलापन, हाइपोथर्मिया और बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई पड़ सकते हैं