अधिकांश लोग दिन की शुरुआत ग्रीन टी के साथ करना पसंद करते हैं 

वैसे लेमन ग्रीन टी, जिंजर ग्रीन टी, वेट लॉस से लेकर बॉडी को डिटॉक्‍स करने के लिए इसका सेवन फायदेमंद माना जाता है

ग्रीन टी कई प्रकार और रंगों में आती है हालिया अध्ययन में पता चला ग्रीन टी का अधिक प्रयोग लिवर को डैमेज कर सकता है

ग्रीन टी लिवर के साथ पेट से संबंधित समस्‍याओं के लिए भी जिम्‍मेदार हो सकती है 

ग्रीन टी का सिमित मात्रा में सेवन करने से ये मोटापा, कैंसर, हार्ट डिजीज और टाइप-2 डायबिटीज से सुरक्षा प्रदान कर सकता है 

लेकिन इसके अधिक प्रयोग से हेपेटोटॉक्सिसिटी नामक समस्‍या हो सकती है जो लिविर से संबंधित होती है 

ग्रीन टी में मौजूद जड़ी-बूटियों से लिवर को नुकसान पहुंच सकता है, इसके अलावा ग्रीन टी में मौजूद एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स लिवर में तनाव पैदा कर सकता है 

 लंबे समय तक इसका सेवन करने से लिवर कमजोर हो सकता है  कुछ मामलों में ये ब्रेस्‍ट कैंसर का भी कारण बन सकता है 

 ग्रीन टी एंटी-ऑक्‍सीडेंट से भरपूर होती है, इसके अधिक सेवन से थकान, गंभीर पेट दर्द और पीलिया हो सकता है

शोधकर्ताओं का कहना है कि 800 मिलीग्राम से अधिक एंटी-ऑक्‍सीडेंट के सेवन से लिवर को नुकसान पहुंच सकता है

प्रतिदिन  ग्रीन टी 100 से 200 मिलीग्राम एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स का सेवन किया जा सकता है