अंतर्राष्ट्रीय

किस तरह अंतिम समय तक गुप्त रखी गयी थी जापानी पीएम की भारत से यूक्रेन की गुप्त यात्रा

जापान के प्रधानमंत्री फ़ुमियो किशिदा ने मंगलवार तड़के भारत से यूक्रेन की यात्रा की।मगर, इसकी योजना को पूरी तरह से गुप्त रखा गया था। चुपके-चुपके हुई यह यात्रा युद्धग्रस्त क्षेत्र की उनकी पहली यात्रा थी।

नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक शिखर बैठक आयोजित करने के 24 घंटे से थोड़ा अधिक समय बाद, किशिदा यूक्रेन के लिए जापान की एकजुटता और “अटूट समर्थन” को “सीधे संप्रेषित” करने के लिए कीव में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मिलेंगे।

जापान इस समय G7 का अध्यक्ष है और इसी वर्ष मई में हिरोशिमा शिखर सम्मेलन की मेज़बानी कर रहा है और किशिदा इस समूह में एकमात्र ऐसे नेता होने के कारण घरलू दबाव में थे कि उन्होंने अभी तक यूक्रेन की यात्रा नहीं की है।

दिलचस्प बात यह है कि कीव में किशिदा का आगमन ठीक वैसे ही हुआ है, जिस तरह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन को मॉस्को की अपनी यात्रा के दौरान यूक्रेन में चल रहे संकट को हल करने के लिए 12 सूत्री योजना पेश की थी।

जापानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि किशिदा ज़ेलेंस्की के नेतृत्व में अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए खड़े यूक्रेनी लोगों के साहस और दृढ़ता के लिए अपना सम्मान व्यक्त करेंगे।

एक बयान में कहा गया है, “राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ एक शिखर बैठक में प्रधान मंत्री किशिदा यूक्रेन के ख़िलाफ़ रूस की आक्रामकता और बल द्वारा यथास्थिति में एकतरफा बदलाव लाने की कोशिश को पूरी तरह से खारिज करते हैं, और क़ानून के शासन के आधार पर अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को बनाये रखने के अपने दृढ़ संकल्प को फिर से दोहरायेंगे।”

किशिदा स्वदेश जाने से पहले पोलैंड का दौरा करेंगे, जो कि यूक्रेन को सैन्य और मानवीय सहायता देने वाला अग्रिम पंक्ति का देश है।

जापानी मीडिया ने मंगलवार को बताया कि किशिदा और उनके कर्मचारियों ने नई दिल्ली में इस यात्रा को लेकर प्रेस को किस तरह चकमा दिया और देर रात यूक्रेन के रास्ते में हवाई अड्डे के लिए चुपके से निकल गए।

विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी असाही शिंबुन ने संवाददाताओं से कहा, “जापान के समय रात 10:16 बजे प्रधानमंत्री जापानी कारोबारियों के साथ डिनर पार्टी करने के बाद नई दिल्ली के एक होटल में पहुंचे। वह विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के कार्यालय में उपस्थित हुए, जो उनके साथ थे। उन्होंने स्थानीय दूतावास के कर्मचारियों के साथ एक यादगार तस्वीर ली, और फिर लिफ्ट को होटल की ऊपरी मंजिलों पर ले गए और कहा कि आज (प्रधानमंत्री के लिए) कोई कार्यक्रम नहीं है”।

इससे पहले आज कीव जाने के लिहाज़ से परिवहन का सबसे सुरक्षित साधन मानी जाने वाली ट्रेन में किशिदा का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर दिखायी दिया।

किशिदा ने अपने गृहनगर हिरोशिमा में जी-7 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए पीएम मोदी को निमंत्रण भी दिया है, जहां वह परमाणु निरस्त्रीकरण और अप्रसार के लिए समर्थन भी जुटायेंगे।

अतीत शर्मा

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