अफगानिस्तान की राष्ट्रीय सुलह परिषद के प्रमुख डॉ. अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने नई दिल्ली में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात की है। अफगानिस्तान की सरकार और तालिबान समूह के बीच कतर की राजधानी दोहा में अंतर-अफगान शांति वार्ता चल रही है। इस शांति वार्ता में गतिरोध भी पैदा हो गए हैं।
शांति वार्ता के दौरान ही तालिबान ने अफगानिस्तान में बड़े पैमाने पर हमले आयोजित किए हैं। इसके जवाब में अफगान सरकारी सेना भी तालिबान विद्रोहियों पर हमले कर रही है। पिछले 1 महीने में इस लड़ाई में अब तक सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं। अब्दुल्ला अब्दुल्ला इससे पहले पाकिस्तान भी जा चुके हैं।
भारत ने अफगानिस्तान में कई विकास कार्य किए हैं और संकटग्रस्त अफगान जनता को बड़े पैमाने पर सहायता और राहत उपलब्ध करवाई है। इसके बावजूद पाकिस्तान और चीन जैसे देश अफगानिस्तान में भारत की उपस्थिति से बौखलाए हुए हैं। अफगानिस्तान की सरकार ने पाकिस्तान की कि सरकार पर तालिबान को मदद देने का सीधा आरोप भी लगाया है। ऐसे में अफगानिस्तान की सुलह परिषद के प्रमुख डॉ. अब्दुल्ला अब्दुल्ला की भारत यात्रा के बड़े गंभीर कूटनीतिक निहितार्थ हो सकते हैं।
भारत अफगानिस्तान में शांति स्थापित करना चाहता है और अफगान जनता के एक बहुत अच्छे मित्र की भूमिका निभाना चाहता है। जबकि पाकिस्तान अफगानिस्तान को अपने एक उपनिवेश के रूप में देखता है और उसका मानना है कि अफगानिस्तान की विदेश नीति को नियंत्रित करने का हक उसको है।.
ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…
मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…
हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…
इजरायल (Israel) और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…
Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…
The Kashmir Files के डायरेक्टर पर बॉलीवुड अदाकारा आशा पारेख बुरी तरह बिफर गई। विवेक…