US Not Supply Mq 9 Drone To Ukraine: यूक्रेन रूस के सामने अगर खड़ा है तो अमेरिका के चलते। अमेरिका, नाटो और पूरा पश्चिमी देश मिलकर यूक्रेन को गोला, बारूद, हथियार, मिसाइल, टैंक, ड्रोन से लेकर हर एक सैन्य सहायता दे रहे हैं। साथ ही आर्थिक रूप से भी पूरी तरह मदद की जा रही है। ऐसे में रूस सिर्फ यूक्रेन से नहीं बल्कि पूरे पश्चिमी देश से अकेला लड़ रहा है। अब रूस के अमेरिका झुकता नजर आ रहा है। यूक्रेन को एमक्यू-9 रीपर ड्रोन (US Not Supply Mq 9 Drone To Ukraine) देने पर अमेरिका ने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। कुछ वक्त पहले अमेरिकी वायु सेना ने पुराने एमक्यू-9 रीपर को यूक्रेन को देने की योजना बनाई थी। लेकिन अब पेंटागन की चिंताओं के कारण लंबे समय से गतिरोध बना हुआ है। इसके पीछे वजह माना जा रहा है कि, अमेरिका एस-400 मिसाइल सिस्टम की तैनाती के कारण अपने पुराने एमक्यू-9 रीपर ड्रोन (US Not Supply Mq 9 Drone To Ukraine) को यूक्रेन नहीं भेज रहा है।
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अमेरिका के एमक्यू-9 रीपर ड्रोन की तकनीक रूस के एस-400 के आगे फेल
अमेरिकी वायु सेना ने इस साल फरवरी में यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत के लगभग एक महीने बाद अपने रीपर बेड़े के पुराने वेरिएंट्स को यूक्रेन सप्लाई करने का प्रस्ताव दिया था। ये ड्रोन अत्याधुनिक एमक्यू-9 रीपर की तुलना में पुरानी तकनीकों से लैस हैं। लेकिन, रूस के एस-400 के मिसाइल सिस्टम के आगे सारी तकनीक फेल है। रिपोर्टों की माने तो, पेंटागन ने अभी तक इस मुद्दे पर निर्णय नहीं लिया है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने एमक्यू-9 रीपर को यूक्रेन भेजने की योजना पर चिंता जताई है। उनका मानना है कि इससे रीपर जैसे घातक ड्रोन की संवेदनशील प्रौद्योगिकी लीक होकर रूस और चीन जैसे दुश्मन देशों तक आसानी से पहुंच सकती है। ऐसे में एमक्यू-9 रीपर के मॉर्केट पर भी घातक असर पड़ सकता है। दुनियाभर के कई देश अमेरिका से इस महाशक्तिशाली ड्रोन को खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
इराक और अफगानिस्तान में आतंकियों को मारने के लिए बनाया गया था ये ड्रोन
पेंटागन के अधिकारियों का कहना है कि, इस ड्रोन को इराक और अफगानिस्तान में जारी आतंकवाद विरोधी युद्धों के दौरान अमेरिकी सेना का समर्थन करने के लिए बनाया गया था। इन दोनों देशों में रीपर ड्रोन को मार गिराए जाने का कोई खतरा नहीं था। हालांकि, उन्हें डर है कि अगर इस ड्रोन को रूस के खिलाफ इस्तेमाल किया गया तो उसे मार गिराने का खतरा काफी बढ़ जाएगा। अमेरिकी कांग्रेस ने रीपर ड्रोन के पुराने वेरिएंट्स को खत्म करने के वायु सेना के कई प्रस्तावों को ठुकराया है। रिपोर्ट के अनुसार, सबसे हालिया प्रस्ताव वित्त वर्ष 2023 के राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम में था, जो 100 रीपर ड्रोन को किसी अन्य सरकारी एजेंसी को देने का अनुरोध किया गया था।
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बेहद खतरनाक है एमक्यू-9 रीपर ड्रोन
अमेरिका का एमक्यू-9 रीपर ड्रोन काफी शक्तिशाली माना जाता है।
अमेरिका के इसी ड्रोन ने ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को इराक की राजधानी बगदाद में मार गिराया था
इसके अलावा अमेरिका ने इस ड्रोन की सहायता से अफगानिस्तान में तालिबान, अलकायदा, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के सैकड़ों आतंकवादियों को मार चुका है
एमक्यू-9 रीपर 27 घंटे से भी ज्यादा वक्त तक उड़ान भर सकता है
MQ-9 रीपर ड्रोन की अधिकतम स्पीड 444.5 किलोमीटर प्रतिघंटा है
यह 50000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है।
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